नई दिल्ली, पीटीआइ। 580 सालों बाद सबसे लंबा आंशिक चंद्रग्रहण लगने वाला है। यह चंद्रग्रहण 19 नवंबर को लगेगा और यह पूर्वोत्तर भारत समेत देश के अन्य कुछ हिस्सों से दिखाई देगा। एमपी बिड़ला तारामंडल में अनुसंधान और अकादमिक निदेशक देबिप्रसाद दुआरी ने समाचार एजेंसी पीटीआइ को बताया कि दुर्लभ घटना अरुणाचल प्रदेश और असम के कुछ क्षेत्रों से दिखाई देगी। उन्होंने बताया कि आंशिक चंद्रग्रहण दोपहर 12.48 बजे शुरू होगा और शाम 4.17 बजे समाप्त होगा। दुआरी ने कहा कि ग्रहण की अवधि 3 घंटे 28 मिनट और 24 सेकंड होगी, जो इसे 580 सालों बाद सबसे लंबा बना देगा।

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19 नवंबर को लगने वाले चंद्रग्रहण की जानकारी देते हुए देबिप्रसाद दुआरी ने कहा कि अधिकतम आंशिक ग्रहण दोपहर 2.34 बजे दिखाई देगा क्योंकि चंद्रमा का 97 फीसदी हिस्सा पृथ्वी की छाया से ढका रहेगा। इस दौरान चंद्रमा के रक्त-लाल रंग के दिखाई देने की संभावना है। यह तब होता है जब सूर्य के प्रकाश की लाल किरणें पृथ्वी के वायुमंडल से होकर गुजरती हैं और कम से कम विक्षेपित होकर चंद्रमा पर गिरती हैं।

देश के इन हिस्सों से कुछ समय के लिए देखा जा सकता है चंद्रग्रहण
दुआरी ने कहा कि उपच्छाया चंद्र ग्रहण तब होता है जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा अपूर्ण रूप से संरेखित होते हैं। यह सुबह 11.32 बजे शुरू होगा और शाम 5.33 बजे समाप्त होगा। उन्होंने कहा कि उपच्छाया चंद्र ग्रहण उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा से दिखाई देगा, लेकिन इन स्थानों से इसे कुछ समय के लिए ही देखा जा सकता है।

साथ ही उन्होंने कहा कि देश के कई हिस्सों में अंतिम चंद्रग्रहण 27 जुलाई, 2018 को देखा गया था। अगला चंद्रग्रहण 16 मई, 2022 को होगा, लेकिन यह भारत से दिखाई नहीं देगा। भारत से दिखाई देने वाला अगला चंद्रग्रहण 8 नवंबर, 2022 को होगा।

19 नवंबर का दिन होगा बेदह खास
इस साल 19 नवंबर का दिन खास होने जा रहा है। इस दिन आंशिक चंद्रग्रहण के अलावा कार्तिक पूर्णिमा होगी। इसके अलावा प्रकाशोत्सव भी इसी दिन होने जा रहा है। जिस कारण यह दिन खास माना जा रहा है।