मुजफ्फरनगर। तीर्थनगरी शुकतीर्थ में बाण गंगा का जल स्तर बढ़ाने का मामला दिल्ली और उत्तराखंड तक पहुंच गया है। राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने बीते माह दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह को मांग पत्र देकर जल धारा की मांग उठाई थी। गृह मंत्री ने संज्ञान लेते हुए केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को पत्र जारी किया था। अब राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के उप निदेशक संत राम ने उत्तराखंड सरकार के मुख्य सचिव व सिंचाई विभाग के सचिव को पत्र भेजा है।
महाभारत कालीन तीर्थ नगरी शुकतीर्थ में बह रही बाण गंगा में बीते दो दशक से जलस्तर घटने की समस्या है। श्री गंगा सेवा समिति व साधु-संत लगातार जल धारा की मांग कर रहे हैं। विधान सभा से लेकर लोक सभा तक में मामले को उठाया जा चुका है। गंगा घाट पर अनेक बार धरना प्रदर्शन हो चुके हैं। बीते 29 अप्रैल को प्रदेश के राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह को श्री गंगा सेवा समिति की ओर से बाण गंगा में जल धारा लाने का मांग पत्र दिया, जिसे गृह मंत्री ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को कार्यवाही के लिए भेजा था। जल शक्ति मंत्री के बाद राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन ने उत्तराखंड सरकार के मुख्य सचिव व सिचाई विभाग के सचिव को कार्यवाही के लिए पत्र भेजा है। पत्र में कहा गया है कि केंद्रीय जल आयोग के द्वारा संबंधित राज्य विभाग के साथ कई बार स्थल का दौरा किया गया है।
उत्तराखंड सरकार को बाण गंगा में जल प्रवाह बढ़ाने के विकल्प व सुझाव दिए गए हैं। जिसमें गंगा की मुख्य धारा लाने की बात कही गई। एक विस्तृत रिपोर्ट सचिव सिचाई उत्तराखंड को आवश्यक कार्यवाही के लिए भेजी गई हैं। सात जुलाई 2022 को संत राम ने उत्तराखंड को बाण गंगा में जल प्रवाह बढ़ाने के लिए पत्र लिखा है।