मुजफ्फरनगर। नगरपालिका के दो सभासदों के खिलाफ मारपीट और एससी/एसटी में मुकदमा दर्ज किये जाने का मामला गरमा गया है। दो सभासदों पर कार्रवाई के विरोध में सभासदों ने सोमवार को सामूहिक त्याग पत्र देने की बात कही है। आईआईए अध्यक्ष एवं सभासद विपुल भटनागर का नाम घसीटे जाने से सभी सभासदों में आक्रोश है। सभासदों ने व्हाट्सएप ग्रुप में भी पुलिस की कार्रवाई की निंदा की है।

भाजपा नेता आईआईए के चेयरमैन सभासद विपुल भटनागर के खिलाफ पालिका बोर्ड की बैठक में मारपीट का मुकदमा दर्ज किए जाने से बोर्ड के अधिकतम सभासद एकजुट होते दिखाई दे रहे हैं। सभासदों का कहना है कि प्रवीण पीटर ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी थी। विपुल भटनागर का घटनाक्रम से संबंध नहीं था। सभासदों के व्हाट्सएप ग्रुप पर भाजपा सभासद नवनीत कुच्छल ने लिखा है कि बोर्ड बैठक में मांग उठाने से मुकदमा होगा तो सदन में रहने का कोई औचित्य नहीं है। हम सबको सामूहिक त्याग पत्र दे देना चाहिए।

सभासद परवेज आलम ने सभी सभासदों से सामूहिक इस्तीफे की बात कही है। सभासद अरविंद धनगर, सभासद सलीम अंसारी, सभासद सरफराज ने सभासदों पर मुकदमे का विरोध और सामूहिक निर्णय का समर्थन किया है। सभासद नौशाद कुरैशी ने कहा कि विपुल भटनागर ने दोनो को छुड़ाया उन पर मुकदमा होना सभी सभासदों का अपमान है। सभासद सोमवार को सामूहिक त्यागपत्र चेयरपर्सन को देने की बात कह रहे हैं। सभासद विपुल भटनागर का कहना है कि चुने हुए जन प्रतिनिधियों पर इस तरह मुकदमे होंगे तो जनता की आवाज कौन उठाएगा। सभासदों के पास सामूहिक त्यागपत्र के अलावा विकल्प ही क्या हैं।

विपुल निर्दोष है : बालियान
केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. संजीव बालियान ने कहा कि पालिका बोर्ड बैठक की सभी वीडियो उन्होंने देखी है। विपुल भटनागर का मारपीट से कोई मतलब नहीं है। निर्दोष पर कार्रवाई नहीं होगी। मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में है। पार्टी विपुल के साथ है।

क्या था मामला
एक नवंबर को हुई पालिका बोर्ड की बैठक में नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अतुल कुमार ने सभासद प्रवीण पीटर और विपुल भटनागर पर मारपीट और एससी/एसटी में मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस प्रवीण पीटर को जेल भेज चुकी है। चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल रविवार को जिला कारागार पहुंची और प्रवीण पीटर से मिली। उन्होंने मामले में माफी मांग लिए जाने के बाद तूल देने पर पालिका अधिकारियों की आलोचना की है।