उमरपुर के श्याम सिंह सैनी और अनुज सैनी ने पुलिस-प्रशासन से शिकायत की थी कि उनकी करीब 486 मीटर जमीन पर पड़ोसी यूसुफ पुत्र हमीद ने कब्जा कर लिया है। मंगलवार को बुढ़ाना और शाहपुर पुलिस कब्जा हटवाने के लिए पहुंची। यूसुफ के परिवार के लोग एकत्र हो गए। यूसुफ के परिवार का कहना था कि 20 साल पहले उन्होंने यह जमीन ली थी। मौके पर हंगामा शुरू हो गया, पुलिस को विरोध का सामना करना पड़ा। दोनों पक्ष के लोग एकत्र हो गए।
पुलिस की मौजूदगी में दूसरे पक्ष के लोगों ने छप्पर उखाड़ना शुरू कर दिया। हंगामा बढ़ने पर पुलिस ने आरोपी पक्ष पर लाठियां फटकार कर दौड़ा दिया। पशुओं को भी खोलकर छोड़ दिया गया। गांव में तनाव की स्थिति बन गई। एसडीएम अरुण कुमार और सीओ विनय गौतम उमरपुर पुलिस चौकी पर पहुंचे। दोनों पक्षों के लोगों को बुलाकर मामले की जांच शुरू कर दी है। यूसुफ पक्ष का कहना है कि पुलिस ने हवाई फायरिंग भी की है।
भगदड़ और पुलिस के लाठियां फटकराने के दौरान समयदीन, जैतून, साबरा, छोटी, भूरा और जमीन को चोटे लगी हैं।
उमरपुर गांव का एक वीडियो भी वायरल हुआ है। जिसमें पुलिस की मौजूदगी में कुछ लोग छप्पर उखाड़ने का कार्य कर रहे हैं। इसके अलावा एक खोखा भी दिखाया जा रहा है।
उमरपुर गांव के यूसुफ पक्ष का कहना है कि उन्होंने सामाजिक तरीके से लिखित में यह जमीन गांव के ही इलियास से ली थी। इलियास ने बाद में यह जमीन गुपचुप तरीके से महावीर को बेच दी, लेकिन इस दौरान यूसुफ पक्ष का कब्जा हो गया। महावीर ने यह जमीन अनुज सैनी की पत्नी सविता को बेच दी। सविता देवी कब्जा दिलाने की गुहार लगा रही है, जबकि जमीन पर यूसुफ पक्ष काबिज है। कुल 886 मीटर जमीन पर विवाद है।
उमरपुर गांव में जमीन के कब्जे को लेकर तनाव बना हुआ है। देर शाम यूसुफ पक्ष के लोगों ने जमीन पर फिर कब्जा कर लिया। यूसुफ का कहना है कि उन्होंने रुपये देकर जमीन खरीदी है, पूरा गांव इस बात को जानता है। वह अपना कब्जा नहीं छोड़ेंगे। पुलिस अधिकारियों से न्याय की मांग करेंगे।