नई दिल्ली। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को कहा कि कल (बुधवार) तक दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर हवा का निम्न स्तर का दवाब बनने का अनुमान है। इसने बताया कि पिछले सप्ताह के अंत से इस क्षेत्र पर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। विभाग ने बताया कि इसके चलते 25 मई को पश्चिम बंगाल के उत्तर-दक्षिण 24 परगना, पूर्वी मेदिनीपुर जिलों तथा ओडिशा के बालासोर जिले में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
बंगाल की खाड़ी में इस ब्रूइंग सिस्टम के कारण मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल, ओडिशा, मिजोरम, त्रिपुरा और मणिपुर के कुछ हिस्सों में बारिश की भविष्यवाणी की है। 25 मई को उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्वी मेदिनीपुर, बालासोर में कुछ स्थानों पर भारी बारिश और मध्यम तीव्रता की बारिश होने की संभावना है। मौसम अधिकारियों ने मछुआरों को 23 मई से मध्य और उससे सटे दक्षिण बंगाल की खाड़ी के आसपास के इलाकों तथा 24 मई से उत्तरी बंगाल की खाड़ी में न जाने की सलाह दी है।
दक्षिण-पूर्व अरब सागर के कुछ हिस्सों, मालदीव के कुछ और हिस्सों, कोमोरिन क्षेत्र, बंगाल की खाड़ी के दक्षिण, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, अंडमान सागर के कुछ हिस्सों में अगले दो दिनों के दौरान दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई है। दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के अधिकांश क्षेत्रों में पिछले एक सप्ताह से वर्षा गतिविधि में लगातार वृद्धि देखी जा रही है क्योंकि दक्षिण पश्चिम मॉनसून की शुरुआत नजदीक आ रही है। ताजा सैटेलाइट इमेजरी और महासागर-वायुमंडलीय मापदंडों के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून अगले दो दिनों के दौरान अरब सागर, मालदीव, बंगाल की दक्षिण खाड़ी और कोमोरिन क्षेत्रों, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और अंडमान सागर के अधिक क्षेत्रों में आगे बढ़ेगा।
उत्तर-पश्चिम भारत, उत्तरी मध्य प्रदेश और गुजरात के मैदानी इलाकों में अगले पांच दिनों तक चिलचिलाती गर्मी और लू के थपेड़े जैसी स्थिति जारी रहने का अनुमान जताया गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को यह जानकारी दी। विभाग ने कहा, “21 से 25 मई तक पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में शरीर झुलसाने वाली गर्मी और लू के थपेड़े चलने का अनुमान है। इसके अलावा 25 मई तक जम्मू संभाग, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश, विदर्भ और उत्तरी मध्य महाराष्ट्र में लू चलने जैसी स्थिति बने रहेगी।” मध्य भारत के कई हिस्सों में अगले पांच दिनों अधिकतम तापमान लगभग दो-तीन डिग्री सेल्सियस बढ़ने का अनुमान जताया गया है।