मुजफ्फरनगर। जनपद में लगातार डेंगू और वायरल बुखार का कहर जा रही है जिसके चलते खतौल में भी वायरल बुखार से 2 लोगों की मौत की खबर है। इसके अलावा जनपद में डेंगू के 4 नए मरीज मिले हैं। जिसके बाद डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 52 हो गई है। जिला अस्पताल के डेंगू वार्ड में 3 डेंगू के मरीज भर्ती हैं। लगातार डेंगू के मरीजों में इजाफा होने से स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं एक बार फिर बढ़ने लगी हैं। हालांकि अभी तक जिला मलेरिया अधिकारी व अन्य किसी स्वास्थ्य कर्मचारी की तरफ से जनपद में डेंगू या वायरल बुखार से मौत की पुष्टि नहीं हुई है। जबकि 2 दिन पहले बुढ़ाना की एक गांव में अब खतौल तहसील क्षेत्र में दिए 2 मरीजों की वायरल बुखार से मौत की खबर है। अक्टूबर में लगातार बुखार के मामले सामने आए लेकिन नवंबर में बुखार से लोगों की मौत हो रही है। स्वास्थ्य विभाग से बचने में लगा हुआ है।
गुरुवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. महावीर सिंह फौजदार ने बताया कि जिले में डेंगू को लेकर विभाग सतर्क है और जांच का दायरा भी बढ़ा दिया गया। यदि किसी को डेंगू जैसे लक्षण नजर आते हैं तो तुरंत उसकी जांच करानी चाहिए।आम जनमानस में प्लेटलेट्स को लेकर बड़ा भ्रम है, प्लेटलेट्स कम होते ही लोग इसे डेंगू समझ लेते हैं लेकिन वास्तविकता में ऐसा नहीं है। टाइफाइड बुखार व अन्य कई बीमारियां ऐसी होती हैं, जिनमें प्लेटलेट्स घट जाती हैं। ऐसे में जरूरत है कि बुखार आने पर तुरंत जांच करवाएं और चिकित्सक के परामर्शानुसार ही दवा लें।जिला मलेरिया अधिकारी अलका सिंह ने बताया कि गुरुवार को चार डेंगू के नए मरीज मिले हैं। जनपद में अब तक 52 डेंगू के केस सामने आए हैं। सभी का इलाज चल रहा है। डेंगू की पुष्टि के लिए एलाइजा जांच जरूरी होती है। बगैर एलाइजा जांच कराए किसी भी मरीज को डेंगू से पीड़ित घोषित नहीं करना चाहिए। इस संबंध में जिले के सभी सरकारी व निजी चिकित्सालयों को निर्देश भी दिए गए हैं। साथ ही कहा गया है कि एलाइजा जांच में डेंगू की पुष्टि होने पर सम्बन्धित मरीज का सम्पूर्ण विवरण सीएमओ कार्यालय में उपलब्ध कराया जाए।