उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए ‘अमर उजाला’ का चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ देश की आधी आबादी के बीच गाजीपुर पहुंचा। इस दौरान यहां कि महिलाओं ने महंगाई, सुरक्षा व रोजगार के मुद्दे पर खुलकर बात की। इस दौरान कुछ महिलाओं ने वर्तमान सरकार के कामकाज की तारीफ की तो कुछ कमियां गिनाई। पढ़िए किसने क्या कहा?
विभा पाल ने कहा कि गाजीपुर में महिलाओं को लेकर कोई विकास नहीं हुआ है। रोज घटनाएं घट रही हैं। तेल 200 रुपये लीटर हो गया है। गैस का दाम बढ़ गया है। बेरोजगारी की समस्या है। भ्रष्टाचार चरम पर है। इस सरकार में महिलाएं पीड़ित हैं। उन्होंने आगे कहा कि आज महिला जागरूक हो गई हैं। आने वाले चुनाव को देखते हुए अगर सरकार महिलाओं के लिए कुछ की होती तो उसे महिलाओं के पीछे भागना नहीं पड़ता। यह सरकार साफ होने वाली है। इस सरकार से महिलाओं को कोई लाभ नहीं है। ये जो सीएम आदित्यनाथ हैं वो पढ़े लिखे नहीं हैं। यह सरकार रोजगार, शिक्षा, बेरोजगारी के मामले में फेल है।
नफीसा बेगम ने कहा कि हमें किसी पार्टी से कोई उम्मीद नहीं है। जो दिखता है वो विकता है। यहां कोई विकास नहीं हुआ है। आंगनवाड़ी में काम कर रहीं गीता देवी ने कहा कि तनख्वाह नहीं बढ़ रही है। हम पिछले 11 साल से हैं। काग्रेस की सरकार आए तो अच्छा है। ऊषा चतुर्वेदी ने कहा कि जब से योगी सरकार आई है तब से महंगाई चरम पर है। किचन का समान बहुत महंगा हो गया है। औरतों को घर चलाना दूबर हो गया है।
इस सरकार में न महिलाएं सरक्षित हैं और न ही महिलाओं के पास रोजगार है। जिस तरह प्रियंका गांधी महिलाओं के लिए बोल रही हैं, उससे एक उम्मीद बढ़ी है। अगर कांग्रेस की सरकार आती है तो सबकुछ मिलेगा, सुरक्षा मिलेगी इसके साथ-साथ और भी कई सुविधाएं होगीं। हम योगी सरकार की निंदा करते हैं। इस सरकार को हम जरूर बदलेंगे। अगर यही सरकार रही तो आने वाले समय में नमक रोटी भी नहीं मिलेगा।
गाजीपुर, उत्तर प्रदेश चुनाव 2022, महिलाओं से चर्चा – फोटो : अमर उजाला
मीरा चौबे ने कहा कि प्रियंका गांधी की सरकार बनी तो हो सकता है कि लोगों का कुछ तकलीफ दूर हो। हम चाहते हैं प्रियंका गांधी एक बार सीएम बने। सरोज देवी (शिक्षामित्र) हमलोगों का समायोजन अखिलेश सरकार में हुआ था। इस सरकार ने उसे निरस्त कर दिया। 10 हजार रुपये मिलता है। इसमें कैसे घर चलाएंगे?
रीना यादव ने कहा कि महिलाओं की जेब खाली है। इस सरकार ने कोरोना के नाम पर सबको बेरोजगार बना दिया। अब तो कोरोना चला गया, रोजगार देना चाहिए। कोरोना काल में जिसका रोजगार गया उसका आया नहीं। उन्होंने पेपर लीक का मामला भी उठाया।
उन्होंने कहा कि कितनी गर्भवती महिलाएं परीक्षा देने के लिए आई होंगी। क्या सरकार भुगतान करेगी? जितना शिक्षा पर जोर दिया जा रहा था अब ये उतना ही कमजोर होता जा रहा है। नाजरीन ने कहा कि मौजूदा सरकार के कामकाज से खुश नहीं है। सरकार को गरीबों की सहायता करनी चाहिए। महंगाई बढ़ गई है। घर चलाने में दिकक्त हो रही है।