लखनऊ. उत्तर प्रदेश में बारिश की कमी से सूखे के हालात पैदा हो गए हैं। कम दवाब के चलते मॉनसून मध्य प्रदेश की तरफ मुड़ गया है जिससे जो पानी यूपी में बरसना चाहिए था वो मध्य प्रदेश की तरफ चला गया है। हालांकि पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों बारिश हो रही है लेकिन लखनऊ और आसपास के इलाकों के अलावा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश का नामो-निशान नहीं है। एक तरफ बारिश ना होने की वजह से सूखा पड़ रहा है वहीं दूसरी ओर लोग भीषण गर्मी से बहुत परेशान हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक 18 जुलाई तक यूपी के कई जिलों में बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग के मुताबिक पूर्व यूपी के बाद अब मॉनसून पश्चिमी यूपी की तरफ बढ़ रहा है जिससे माना जा रहा है कि अगले चार से पांच दिनों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश हो सकती है और गरज के साथ छीटे पड़ सकते हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश में मॉनसून कमजोर पड़ रहा है जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है। खास तौर पर धान की खेती करने वाले किसान कमजोर मॉनसून के चलते चिंतित हैं क्योंकि धान की खेती को काफी पानी की जरूरत होती है जो मॉनसून की बारिश से पूरी होती है।
पूर्वी यूपी में मॉनसून की गति धीमी पड़ गई है। मौसम विभाग के मुताबिक पूर्वी यूपी में अब तेज बारिश के आसार नहीं है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश की तरफ कम दवाब का क्षेत्र बन गया है वहीं दूसरी तरफ पूर्वी यूपी से मॉनसून आगे बढ़कर एमपी की ओर मुड़ गया है।