मुजफ्फरनगर। किसान संगठन पीजेंट वेलफेयर एसोसिएशन के प्रतिनिधि दिल्ली में केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान से मिले और कृषि क्षेत्र की समस्याओं को रखा। साथ ही इसके निराकरण और किसान की खुशहाली से संबंधित प्रस्ताव रखे। पीजेंट वेलफेयर एसोसिएशन के चेयरमैन अशोक बालियान ने कहा कि कुछ देशों में कार्बन खेती के अलावा माइक्रोएल्गी पर आधारित नए खाद्य उत्पाद बनाने पर कार्य हो रहा है। माइक्रोएल्गी की प्रोटीन से भरपूर कोशिकाएं मांस के विकल्प के रूप में तेजी से उपयोग में आ रही हैं।

भारत में अनुसंधान और जमीनी गतिविधियों में बदलाव के लिए कृषि क्षेत्र में विशेषज्ञ प्राप्त संस्थाओं को किसानों से जोड़ने की जरूरत है। श्रीराम कालेज के चेयरमैन एससी कुलश्रेष्ठ ने कहा कि पश्चिमी उत्तरप्रदेश में फल, सब्जियां, फूल, औषधीय और सुगंधित फसलों का उत्पादन पहले से हो रहा है। इसलिए वेस्ट यूपी फ्लोरीकल्चर व फल, सब्जियां के लिए हब बनना चाहिए। कृषि या बागवानी के उत्पादों में निजी क्षेत्र को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। पाली हाउस तकनीक क्षेत्र के हिसाब से होनी चाहिए। सलाहकार बोर्ड के चेयरमैन सुभाष चौधरी व हर्ष चौधरी ने आम के पौधों को नुकसान पहुंचाने वाले कीट से बचाव के लिए बेग की समस्या को रखा।

केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान ने कहा कि केंद्र सरकार प्रारंभ से ही किसान हितैषी फैसले ले रही है। कृषि सुधारों के लिए नए कानून भी किसानों की भलाई के लिए लाए गए थे। जो सुझाव दिए गए हैं, उस पर खुले मन से समाधान का प्रयास होगा।