अगर भाग्य रेखा से कोई दूसरी रेखा निकलकर सीधे सूर्य पर्वत तक जाती है तो लोग जीवन में खूब तरक्की करते हैं. इन्हें आर्थिक परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता है.
हथेली में यदि जीवन, मस्तिष्क और भाग्य रेखा मिलकर त्रिकोण बनाती है तो ऐसे लोग अमीर बनते हैं. साथ ही ऐसे लोग संतोषजनक धन अर्जित करते हैं और जीवन में कामयाब होते हैं. इतनी ही नहीं, इन्हें ऐशोआराम से जीवन यापन करते हैं.
जिन लोगों की हथेली की भाग्य रेखा मणिबंध से निकलकर बिना कटे-टूटे शनि पर्वत तक जाती है, उन्हें आकस्मिक धन लाभ होता है. साथ ही ऐसे जातकों को जीवन में धन की कमी महसूस नहीं होती है.
अगर हथेली में शुक्र, सूर्य और गुरु पर्वत पुष्ट और उभार लिए होते हैं तो ये धनवान होने का संकेत देते हैं. जिनकी हथेली में ऐसा होता है, उन्हें धनवान बनने से कोई नहीं रोकता है. हस्तरेखा शास्त्र के मुताबिक आमीर लोगों की हथेली में ये पर्वत उभरे होते हैं.
हथेली में जब भाग्य रेखा, मस्तिष्क रेखा और जीवन रेखा मिलकर M का निशान बनाते हैं तो इसे शुभ माना जाता है. ऐसे लोग 35-55 वर्ष की उम्र में धनवान बनते हैं. ऐसे लोगों के पास पैसों की कमी नहीं होती है.