नई दिल्ली. आयोडीन शरीर के लिए जरूरी है. कई बार हम पोषक तत्वों से भरपूर खाना खाते हैं, लेकिन आयोडीन लेना भूल जाते हैं. आयोडीन की कमी से थायरॉइड ग्लैंड पर बुरा असर पड़ता है. ये कई बीमारियों की वजह बन सकता है. इसलिएआयोडीन की सही मात्रा का होना जरूरी है. आइए जानते हैं कि आयोडीन की कमी होने पर कौन से लक्षण दिखाई देते हैं.

आयोडीन की कमी होने पर गर्दन पर सीधा असर दिखाई देता हैं, चूंकि थायरॉइड ग्लैंड गर्दन में ही मौजूद होती है. इसकी कमी होने पर गर्दन के आगे वाले हिस्से में सूजन आ जाती है. आयोडीनी की कमी से गले में दर्द की परेशानी होने लगती है.

आयोडीन की कमी से मेटाबॉलिज्म पर असर पड़ता है. मेटाबॉलिज्म दर कम होने की वजह से शरीर में फैट की मात्रा ज्यादा हो जाती है और वजन बढ़ता है.

आयोडीन की कमी की वजह से हार्ट बीट अनियमित हो सकती है. आयोडीन कम होने पर ब्लड प्रेशर भी प्रभावित होता है. इससे शरीर जल्दी थक जाता है.

शरीर को ऊर्जा के लिए आयोडीन की जरूरत होती है. आयोडीन की कमी होने पर शरीर कमजोर हो जाती है. ऊर्जा कम मात्रा में बन पाती है. जब शरीर में आयोडीन की कमी हो जाती है, तब जल्दी थकान होने लगती है.

बालों का झड़ना आम है, लेकिन दिक्कत तब होती है जब झड़े हुए बालों की जगह पर नए बालों की ग्रोथ न हो. आयोडीन की कमी होने पर बालों के रोम बंद हो जाते हैं और नए बाल नहीं आ पाते हैं. आयोडीन की कमी पूरी हो जाने पर नए बालों की ग्रोथ दोबारा होने लगती है.

आयोडीन शरीर को गर्म कर टेंपरेचर मेंटेन रखता है. आयोडीन की कमी की वजह से ठंड सामान्य से ज्यादा लगती है, चूंकि इसकी वजह से थायरॉइड हार्मोन का सीक्रेशन कम हो जाता है. थायरॉइड हार्मोन कम होने की वजह से ठंड ज्यादा लगती है.

एक सामान्य व्यक्ति को रोजाना 150 mcg आयोडीन लेना जरूरी है. आयोडीन की कमी को पूरा करने के लिए आयोडीन युक्त नमक का सेवन करना चाहिए. सी फूड्स में आयोडीन मौजूद होता है, जब आयोडीन की कमी हो जाए तो नमक और सी फूड्स की मात्रा बढ़ा देनी चाहिए.