नई दिल्ली। कोरोना महामारी ने चाहे दुनिया को कितना भी नुकसान पहुंचाया हो लेकिन इस बीमारी ने लोगों को अपनी सेहत के प्रति सजग भी किया है. अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए लोगों ने आयुर्वेदिक उपायों के बारे में जाना और देसी जड़ी-बूटियों के प्रति उनका भरोसा बढ़ा. अगर आयुर्वेदिक दवा गिलोय की बात की जाए तो वह अनेक गुणों की खान है. उससे न केवल तेजी से वजन घटता है बल्कि शरीर के दूसरे अन्य बड़े फायदे भी मिलते हैं. आइए जानते हैं कि गिलोय के सेवन से हमें क्या-क्या फायदे हैं.

अगर आप तेजी से बढ़ते मोटापे से परेशान और अपना वजन कम करना चाहते हैं तो आज से ही गिलोय को अपनी डाइट में शामिल कर लें. असल में इस गुणकारी पौधे में एडिपोनेक्टिन और लेप्टिन नाम के तत्व पाए जाते हैं. ये तत्व शरीर की अनावश्यक चर्बी को गलाने में मदद करते हैं, जिससे आपका शरीर कम वक्त में सुड़ौल हो जाता है.

अगर आप मानसिक तनाव में घिरे रहते हैं या निराशा ने आपको दबोच रखा है तो गिलोय आपकी अच्छी साथी बन सकती है. आप नियमित रूप से गिलोय का सेवन शुरू कर दें. ऐसा करने से न केवल नींद अच्छी आती है बल्कि स्ट्रेस लेवल भी काफी हद तक काबू में आ जाता है. जिससे आप चिंता से मुक्त होकर जीवन जी पाते हैं.

शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में गिलोय कमाल का काम करती है. गिलोय के तत्व न केवल शरीर में मौजूद फ्री रेडिकल्स से लड़ते हैं बल्कि बॉडी से खतरनाक विषाक्त एंटीऑक्सीडेंट को बाहर निकालने का भी काम करते हैं. इसके सेवन से शरीर की कोशिकाएं मजबूत होती हैं, जिससे बीमारियों से लड़ने में मदद मिलती है.

जिन लोगों को डायबिटीज या ब्लड शुगर हो, उनके लिए भी गिलोय का सेवन फायदा पहुंचाने वाला होता है. ऐसे लोग रोजाना सुबह खाली पेट गिलोय का जूस पी सकते हैं. यह जूस थोड़ा कड़वा तो होता है लेकिन इससे शुगर लेवल काफी हद तक कंट्रोल में आ जाता है.

पेट की खराबी से जूझ रहे लोगों को भी गिलोय का सेवन राहत पहुंचाने वाला होता है. अपच, एसिडिटी या पेट दर्द की समस्या से जूझ रहे लोग गिलोय और आंवले के जूस को मिलाकर पी सकते हैं. माना जाता है कि इस उपाय से उन्हें तुरंत राहत मिलती है.