नई दिल्ली। डायबिटीज एक धीमी बीमारी है। जिसकी शुरुआत काफी धीरे-धीरे होती है। एक बार होने के बाद यह लाइलाज बन जाती है। बाद में इसे मैनेज तो कर सकते हैं लेकिन पूरी तरह रोक पाना मुश्किल हो जाता है। इसकी वजह से शरीर में इंसुलिन का लेवल प्रभावित हो जाता है।

मधुमेह का पता कैसे लगाएं?
डायबिटीज को अगर काबू में करना है तो इसकी शुरुआत के बारे में पता रखना होगा। बॉडी में जब इंसुलिन कम या बेअसर होने लगता है तो ब्लड ग्लूकोज बढ़ा रहता है। इसकी वजह से पैर में कई सारे लक्षण दिखते हैं। जो आपकी एड़ियों के जरिए बीमारी के बारे में बता सकते हैं।

पैरों में होने लगती हैं दिक्कत
​नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डायबिटीज एंड डायजेस्टिव एंड किडनी डिजीज के मुताबिक डायबिटीज और पैरों का गहरा रिश्ता है। इस बीमारी में ब्लड फ्लो कम हो जाता है और पैरों को पर्याप्त खून नहीं मिल पाता। इसकी वजह से पैरों और एड़ियों में कुछ दिक्कतें आने लगती हैं।

एड़ी फटना
डायबिटीज में ब्लड सर्कुलेशन कम होने की वजह से स्किन ड्राई हो जाती है। यह समस्या पैर और एड़ी में भी दिखाई देती है। इनका फटना दर्दनाक हो सकता है और कभी कभी इंफेक्शन का कारण भी बन सकता है।

सूजन और दर्द
मधुमेह के कारण एड़ी में सूजन और दर्द हो सकता है। इससे चलने और खड़े होने में कठिनाई हो सकती है। यह लक्षण अक्सर दिन के अंत में अधिक महसूस होता है। क्योंकि ब्लड फ्लो न मिलने की वजह से टिश्यू कमजोर हो जाते हैं।

एड़ी में डायबिटीज के संकेत
मधुमेह की वजह से पैर की नसें कमजोर हो जाती हैं। इसलिए एड़ी में झुनझुनी, सुन्नपन, चींटी चलना, सुईं चुभना जैसी हरकतें होती रहती हैं। अगर पैर या एड़ी में कोई घाव हो गया हो तो उसे भी भरने में काफी देर लगती है।

एड़ी की ऐसे करें देखभाल
एड़ी या पैर में कुछ भी असामान्य दिखने पर डॉक्टर से बात करें।
पैरों को साफ और सूखा रखें।
अपनी एड़ियों को मॉश्चराइज रखें ताकि वे सूखी और फटी न रहें।
आरामदायक और सही माप के जूते पहनें।
ब्लड शुगर कंट्रोल रखें

डायबिटीज मैनेज करने के टिप्स
पर्याप्त पानी पीएं
मीठे से दूर रहें
दवाएं वक्त पर लें
नमक कम खाएं
फाइबर ज्यादा खाएं
हरी सब्जियों का सेवन करें
हेल्दी फैट्स लें
रोजाना शारीरिक गतिविधि करें