एक मशहूर कहावत है ‘हिम्मत-ए-मर्दा तो मदद-ए-खुदा’ यानी जो इंसान हिम्मत करता है, उसका साथ भगवान भी देता है. यानी चुनौती कोई अगर ठान लिया जाए तो असंभव से दिखने वाले काम को भी संभव बनाया जा सकता है और इस कहावत को चरितार्थ किया है यूके (UK) की रहने वाली एक सिविल सर्वेंट लीन विल्सन ने जिन्होंने न सिर्फ अपनी मौत के डर पर काबू पाया बल्कि प्रशासनिक सेवा की नौकरी छोड़कर ऐसा मुकाम चुना कि आज उनकी गिनती देश की एक कामयाब सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर के तौर पर होती है.
एक लड़की जिसका वजन 152 किलो होने पर डॉक्टर ने उससे कह दिया था कि अगर यही हाल रहा तो वह अपना 21वां जन्मदिन नहीं मना पाएगी. इस लड़की की उम्र उस समय 18 साल थी. ये बात भले ही कुछ समय पुरानी हो, लेकिन सफलता और बदलाव की कहानियां कभी पुरानी नहीं होती है. लीन विल्सन ने कुछ महीनों के भीतर करीब 84 किलो वजन कम कर लिया है. वो अब काफी स्लिम दिखने लगी हैं. उनकी वेट लॉस जर्नी काफी दिलचस्प है. दरअसल उन्होंने जिस तरीके से वजन कम किया. उन टिप्स को अपनाकर कोई भी अपने जीवन में बदलाव कर सकता है.
लीन आज 38 साल की हो चुकी हैं. जिन्होंने बताया कि उस दौर में उन्हें फैटी लीवर और टाइप 2 डायबिटीज के साथ सांस लेने में भी समस्या थी और ये सब उनके गलत खाने-पीने की आदत की वजह से हुआ था. डॉक्टरों ने उनसे कहा कि ऐसी हालत उन लोगों में होती थी जो करीब 20 साल से लगातार बेहिसाब गलत खान-पान के साथ शराब का सेवन कर रहे हों. लीन इसलिए हैरान थी क्योंकि उन्होंने उस दौर में कभी शराब को हाथ तक नहीं लगाया था. डॉक्टर की ये बात लीन के लिए चेतावनी थी, जिसके बाद उन्होंने अपनी लाइफस्टाइल को सुधारने का फैसला किया और खुद को बदलकर रख दिया.
‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक लीन, यूके की प्रशासनिक सेवा में बतौर सीनियर सिविल सर्वेंट तैनात थीं. जहां उन्हें लाखों रुपये सैलरी मिलती थी. लेकिन खुद को बदलने के लिए अपनी धमक वाली जॉब को छोड़ दिया. लीन को जिम (Gym) जाना पसंद नहीं था इसलिए उन्होंने पैदल चलने की ठानी और पोस्ट मैन की जॉब शुरू की और अब वो रोजाना करीब 15 किलोमीटर पैदल चलती हैं. इस वजह से वो बिना किसी तनाव के खुद पर फोकस कर पाती हैं और अपनी नई नौकरी को खूब एंजॉय करती हैं. लीन का कहना है कि भले ही आज उनकी सैलरी कम हो लेकिन अपनी जान बचाकर वो काफी खुश हैं. लीन के डॉक्टरों के मुताबिक वो ट्रांसफार्मेशन की ऐसी मिसाल हैं जिससे दूसरों की सीख लेनी चाहिए.
लीन ने सोशल मीडिया पर अपनी कहानी बताते हुए लिखा, उम्र के उस बुरे दौर में उन्हें वजन कम करने वाली गैस्ट्रिक सर्जरी कराने की सलाह दी गई थी, लेकिन उन्होंने मना कर दिया था. इसके बाद डॉक्टर ने कहा कि वो 21 वां जन्मदिन नहीं मना पाएंगी ये बात उनके दिमाग में गूंजती रही. इसके बाद उन्होंने एक न्यूट्रिशन का कोर्स किया और खाने-पीने के बारे में अपनी मानसिकता को पूरी तरह से बदल दिया.
लीन ने बताया कि उन्होंने बड़े काम करने के बजाए जिंदगी में छोटे-छोटे बदलाव शुरू किए. जिसकी शुरुआत उन्होंने हेल्दी डाइट लेने, प्रोसेस्ड फूड से दूरी बनाने से की. पहले एक साल में उन्होंने 38 Kg वजन कम कर लिया. एक्सरसाइज के नाम पर लीन ने लिफ्ट का यूज छोड़ा और सीढ़ियों से चढ़ना-उतरना शुरू किया. इसके बाद उनका वजन 107 किलो हो गया था और तब उन्होंने पहील बार राहत की सांस लेते हुए खुद को स्वस्थ और पूरी तरह से फिजिकली फिट महसूस किया.
कुछ समय बाद लीन के पार्टनर ने उसे धोखा दिया, तो उन्होंने स्ट्रेस में आने के बावजूद एक बार फिर से अपनी लाइफ स्टाइल में बदलाव के साथ खुद को डिप्रेशन से निकालने का फैसला किया. उस दौरान उनका वेट डॉक्टरों के मुताबिक सामान्य से 85 किलो से अधिक था. 2018 में जब पोस्ट ऑफिस में उनकी जॉब लगी तो उन्होंने फील्ड ड्यूटी को चुना. पूरे दिन पैदल चलकर लोगों की चिट्ठियां पहुंचाईं और उनका वजन कम होता चला गया. पिछली गर्मियों में वो कुल 83 किलो वजन कम कर चुकी थी. अब लोग उनसे लीन की फिटनेस का सीक्रेट पूछते हैं, ताकि उन लोगों को भी वजन कम करने में मदद मिल सके.
ऐसे में अगर आप भी बढ़े वजन या बॉडी शेमिंग के तानों से परेशान हो तो आज ही ये शपथ लीजिए कि आप भी लीन विल्सन की तरह अपनी लाइफ की चुनौतियों से पार पाते हुए खुद को भी उनके जैसा ट्रांसफार्म करेंगे.