नई दिल्ली. आईएएस बनना आसान काम नहीं होता है. उसके लिए दिन रात मेहनत करनी होती है. तब जाकर यूपीएससी क्लियर होता है और जब आईएएस का पद मिलता है तो उसके साथ साथ जिम्मेदारियों का भी भंडार मिलता है. आज हम बात कर रहे हैं श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ आईएएस अफसर अंशुल गर्ग की. अंशुल गर्ग को पिछले साल ही यह पद मिला था.

एक IAS अधिकारी का काम सरकार के कई प्रशासनिक मामलों को संभालना होता है. अंशुल गर्ग अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश (एजीएमयूटी) कैडर के 2013 बैच के अफसर हैं. ऐसा नहीं है कि अंशुल गर्ग पहली बार माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. आईएएस अंशुल गर्ग इससे पहले साल 2017 से 2018 तक श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड में अतिरिक्त सीईओ के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं.

साल 2022 की शुरुआत में नए साल पर माता वैष्णो देवी के दर्शन के दौरान मंदिर में ज्यादा भीड़ होने के कारण भगदड़ मच गई थी जिसमें बहुत लोगों की जान चली गई थी. पिछले साल में हुई भगदड़ समेत अन्य दुर्घटनाओं को देखते हुए केंद्र सरकार ने जम्मू कटरा स्थित मां वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पद पर भारतीय प्रशासनिक सेवा के तेजतर्रार अधिकारी अंशुल गर्ग को नियुक्त किया. मई 2022 में वह इस पद पर पहुंचे. अब वह वहीं अपनी सेवाएं दे रहे हैं.

वह वहां आने लोगों से मिलकर वहां के हालात की जानकारी भी लेते रहते हैं. नए साल पर राष्ट्रवादी युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष धीरज शर्मा ने माता वैष्णो देवी मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद कहा कि इस साल उन्होंने संतोषजनक दर्शन और प्रार्थना के साथ आमूल-चूल परिवर्तन महसूस किया है, इस साल भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने आए थे. धीरज शर्मा ने भक्तों को सुविधाजनक दर्शन कराने के लिए पुख्ता इंतजाम करने के लिए श्राइन बोर्ड विशेष रूप से सीईओ अंशुल गर्ग को धन्यवाद दिया.