मुजफ्फरनगर। प्रदेश में जल्द ही होने जा रहे मंत्रीमंडल विस्तार में रालोद को हिस्सेदारी मिलना तय है। अगर एक मंत्री बनाए गए तो बुढ़ाना विधायक राजपाल बालियान की संभावना सबसे ज्यादा है। सियासी गलियारों में सिवालखास से विधायक गुलाम मोहम्मद या थानाभवन विधायक अशरफ अली की भी लॉटरी लगने की संभावना है। रविवार को लखनऊ में शपथ ग्रहण हो सकता है।

राज्यसभा चुनाव के बाद यह साफ हो गया है कि रालोद जल्द ही एनडीए का हिस्सा होगा। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और रालोद अध्यक्ष जयंत सिंह की दिल्ली में मुलाकात के बाद घोषणा की संभावना है। लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मुलाकात करने के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही मंत्रीमंडल विस्तार होगा। ऐसे में रालोद को भी मंत्रालय मिलेगा।

रालोद विधानमंडल दल के नेता राजपाल बालियान का नाम मंत्रालय की सूची में सबसे ऊपर बताया जा रहा है। अगर एक मंत्रालय मिलता है तो बालियान को तवज्जो दी जाएगी। अगर दो मंत्रालय मिलते हैं तो मुस्लिम कोटे से सिवालखास या थानाभवन विधायक को भी मंत्री बनाया जा सकता है। देखने वाली बात यह होगी कि मंत्रालय की कुर्सी किसके हिस्से में आती है।

बुढ़ाना विधायक राजपाल बालियान पिछले तीन दशक से पार्टी के साथ हैं। साल 1996 में भारतीय किसान कामगार पार्टी के टिकट पर पहली बार खतौली से चुनाव जीते थे। लगातार दो बार खतौली से विधायक रहे। परिसीमन में बुढ़ाना सीट बनीं तो साल 2022 में रालोद के टिकट पर यहां से विधायक बनें। वर्तमान में रालोद विधानमंडल दल के नेता हैं।

बुढ़ाना से राजपाल बालियान, पुरकाजी सुरक्षित सीट से अनिल कुमार, खतौली से मदन भैया, मीरापुर से चंदन चौहान, छपरौली से अजय कुमार, सिवालखास से गुलाम मोहम्मद, शामली से प्रसन्न चौधरी, थानाभवन से अशरफ अली, शादाबाद से गुड्डू चौधरी विधायक हैं। इनमें राजपाल बालियान विधानमंडल दल के नेता है।