नई दिल्ली. लोग उसे मजदूर कहते थे. मगर अब उसे पूरी दुनिया हीरो कह रही है. उस शख्स का नाम है बवा साहरोई . दरअसल, मोरक्को के शेफचौएन क्षेत्र के इगरान गांव में रेयान नाम का 5 साल का मासूम बच्चा 100 फीट गहरे कुएं में गिर गया था. रेयान की जान बचाने के लिए बड़े स्तर पर पांच दिनों तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला, मगर अफसोस उसकी जान नहीं बचाई जा सकी. इस बचाव अभियान में बवा साहरोई नाम भी शामिल था. उसने लगातार 3 दिनों तक अपने हाथों से मिट्टी खोदकर रेयान को बचाने की भरपूर कोशिश की.
सोशल मीडिया पर बवा साहरोई का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि वो अपने हाथों से मिट्टी हटा रहा है. उसके बहादुरी भरे काम की लोग जमकर प्रशंसा कर रहे हैं. बच्चे को बचाने के ले बचाव अभियान ने जेसीबी मशीन का इस्तेमाल किया गया था. मगर बवा साहरोई अपने हाथों गड्डा खोद रहे थे.
Zinken; boortechniek die het mogelijk maakt tunnels te graven sleuven te openen, deze techniek wordt bijv. gebruikt bij het aanleggen van een pijpleiding onder de snelweg/spoorbaan zonder het verkeer te hinderen.
*Sleuven; reeds bestaande gaten in de grond.#PrayforRayan pic.twitter.com/IBR92Jm3sB
— Ayoub Balah (@BalahAyoub) February 4, 2022
Een sterk en massief gesteente dat zich in het horizontale gat (op de weg naar #Rayan) bevond, heeft de reddingswerkers afgelopen nacht drie tot vier uur bezig gehouden. Gelukkig is dat stuk er nu uit en heeft het niet voor aardverschuiving gezorgd.#PrayForRayan#SaveRayan pic.twitter.com/5lCXY3A2n8
— Ayoub Balah (@BalahAyoub) February 5, 2022
जब बवा साहरोई टनल से बाहर निकले तो वहां पर मौजूद अन्य लोगों ने उसके काम की सराहना की. मगर बवा साहरोई के चेहरे पर बच्चे को न बचा पाने की उदासी साफ झलक रही थी.
सोशल मीडिया पर बवा साहरोई की कई तस्वीरें वायरल हो रही हैं. एक यूजर ने लिखा है कि इस हीरो का नाम अली है मगर बवा साहरोई के नाम से ज्यादा फेमस हैं. इन्होंने लगातार 20 घंटे तक नंगे हाथों से मिट्टी को हटाया. ऐसे हीरो को मेरा सलाम. वहीं कई यूजर्स ने बवा साहरोई के स्केच को भी अपने अकाउंट पर शेयर किया है.
रेयान अपने घर के बाहर स्थित कुएं में गिर गए थे. दरअसल उसके पिता कुएं को ठीक कर रहे थे, और उसे ऊपर से कवर करना भूल गए थे. रेयान के कुंआ में गिरने की खबर मिलते ही बचावकर्मी पहुंच गए. रेयान तक पहुंचने के लिए कुएं के बराबर एक सुरंग खोदना शुरू किया गया. 5 दिनों तक यह बचाव चला, मगर इससे पहले कि बचाव दल रेयान तक पहुंचते, उसकी सांसे थम गई थी.