नई दिल्ली. गुजरात टाइटंस ने इंडियन प्रीमियर लीग में पहली बार खेलते हुए धमाकेदार प्रदर्शन किया. वह आईपीएल -2022 की चैंपियन बन गई है. गुजरात टाइटंस में कई ऐसे खिलाड़ी भी रहे जिनका निजी प्रदर्शन बेहद खराब रहा, लेकिन टीम की जीत में वो छिप गया. उन्हीं खिलाड़ियों में से एक हैं ऑलराउंडर विजय शंकर.

विजय शंकर इस आईपीएल में 4 मैच खेले और उन सभी मुकाबलों में फ्लॉप रहे. गुजरात के इस ऑलराउंडर ने 19 रन बनाए. उनका औसत 4.35 का रहा. बल्ले के साथ गेंद के साथ भी उनका प्रदर्शन खराब रहा. विजय शंकर को 4 मैचों में एक भी सफलता नहीं मिली. विजय शंकर के आईपीएल करियर की बात करें तो वह अब तक 51 मैच खेले हैं और करीब 24 के औसत से 731 रन बनाए हैं. वहीं उनके खाते में 9 विकेट आए हैं.

बता दें कि गुजरात टाइटंस ने विजय शंकर को 1.4 करोड़ रुपये में खरीदा था. एक समय विजय शंकर को हार्दिक पांड्या के रिप्लेसमेंट के तौर पर देखा जाता था. हार्दिक पांड्या जब अनफिट होते थे तो विजय शंकर को टीम इंडिया में खेलने का मौका मिलता था.

गुजरात के साथ जुड़ने से पहले विजय शंकर सनराइजर्स हैदराबाद की टीम का हिस्सा थे. वह प्लेइंग 11 के नियमित सदस्य रहते थे. हालांकि उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था, जिसके बाद फ्रेंचाइजी ने उन्हें छोड़ने का फैसला किया.

विजय शंकर का आईपीएल करियर तो औसत रहा ही, साथ ही इंटरनेशनल क्रिकेट में भी वो कोई प्रभाव नहीं छोड़ सके हैं. 2019 में टीम इंडिया को जब चौथे नंबर के लिए एक ठोस बल्लेबाज नहीं मिला तब विजय शंकर को वर्ल्ड कप की टीम में जगह दी गई. विजय शंकर कई मुकाबलों में चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने भी उतरे, लेकिन वो पूरी तरह से नाकाम रहे.

विजय शंकर के टीम में चयन को लेकर विवाद भी हुआ था. बचाव में उन्हें थ्री डी प्लेयर कहा गया था. इस ऑलराउंडर को अंबाति रायडू पर तरजीह दी गई थी. अब ऐसे में इन प्रदर्शन के बावजूद विजय शंकर टीम में जगह बनाने में कामयाब हो रहे हैं, यही नहीं उनकी टीम चैंपियन भी बन रही थी तो इसे किस्मत का धनी ही कह सकते हैं.