नई दिल्ली. मध्य प्रदेश के तेज गेंदबाज ईश्वर पांडे ने क्रिकेट के सभी प्रारूप से संन्यास ले लिया है. 33 वर्षीय तेज गेंदबाज ने रिटायरमेंट की घोषणा के बाद पूर्व कप्तान एमएस धोनी को लेकर बड़ा बयान दिया है, जो फैंस के बीच चर्चा का विषय बन गया है. दाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने दैनिक भास्कर के साथ हुए खास बातचीत में कहा है कि, यदि धोनी मुझे अपनी कप्तानी में खेलने का मौका देते तो शायद मैं अपने करियर में बेहतरीन मुकाम हासिल कर सकता था.

ईश्वर पांडे ने कहा, ‘अगर धोनी टीम में मुझे मौका देते तो मेरा करियर कुछ और होता. मैं उस समय 23-24 साल का था और मेरी फिटनेस काफी अच्छी थी. अगर धोनी ने मुझे भारत के लिए खेलने का मौका दिया होता और मैंने अच्छा प्रदर्शन किया होता तो आज मेरा करियर एक अलग ही मुकाम पर होता.’

बता दें पांडे का घरेलू क्रिकेट करियर शानदार रहा, लेकिन उन्हें भारतीय टीम के लिए खेलने का मौका नहीं मिला. जिसका उन्हें अफसोस भी है. उन्होंने रिटायरमेंट की घोषणा करते हुए एक नोट में लिखा, ‘इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम का हिस्सा बनना सम्मान की बात थी. हालांकि, मैं अपने देश के लिए एक भी मैच खेलने के लिए भाग्यशाली नहीं रहा, लेकिन फिर भी भारतीय टीम का हिस्सा बनना हमेशा मेरे जीवन की सबसे खास याद रहेगी.’उन्होंने कहा, ‘मुझे अभी भी बुरा लगता है कि मुझे अपने देश के लिए एक भी मुकाबला खेलने का मौका नहीं मिला. मुझे क्रिकेट के इतिहास में हमेशा एक अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ी के रूप में जाना जाएगा.’

उन्होंने आगे कहा, ‘विराट कोहली एमएस धोनी, युवराज सिंह, सुरेश रैना, ईशांत शर्मा, रवींद्र जडेजा, भुवनेश्वर कुमार जैसे आधुनिक समय के महान खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करना बहुत खास था. महान सचिन तेंदुलकर सर के खिलाफ मैच खेलना एक सपने के सच होने जैसा था. मैंने उनकी वजह से क्रिकेट देखना शुरू किया और बचपन से ही मैं हमेशा उनका प्रशंसक रहा हूं.’

ईश्वर पांडे ने कहा, ‘मेरे लिए क्रिकेट ही सब कुछ है और मैं हमेशा इस खेल से जुड़ना पसंद करूंगा. अपने सभी प्रशंसकों और शुभचिंतकों को, मैं आपको धन्यवाद देना चाहता हूं. मैं चाहता हूं कि आप सभी हमेशा मुझे दिए गए प्यार से मेरा समर्थन करते रहें. हमेशा के लिए आभारी और धन्य – ईश्वर पांडे.’