
लखनऊ| यूपी की राजधानी लखनऊ के ला मार्टिनियर बॉयज स्कूल पहुंचकर लगेगा कि आप फ्रांस में आ गए हैं. यह उत्तर प्रदेश का सबसे खूबसूरत स्कूल है, जो कि 700 एकड़ में फैला हुआ है. ला मार्टिनियर कॉलेज दुनिया का एकमात्र ऐसा स्कूल है जिसे ‘शाही युद्ध सम्मान’ से नवाजा गया है.
इसमें आजादी से पहले अंग्रेजों के ही बच्चे पढ़ते थे. जब 1857 में लखनऊ के रेजीडेंसी में भीषण युद्ध हुआ, तब स्कूल के बच्चों ने ब्रिटिश सैनिकों की तरफ से भारतीय सैनिकों के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी.
यह स्कूल बॉलीवुड की भी पहली पसंद है. सबसे पहले इसमें गदर एक प्रेमकथा की शूटिंग हुई थी. इसके बाद यहां अनवर, ऑलवेज कभी कभी और शतरंज के खिलाड़ी जैसी कई फिल्मों की शूटिंग भी हो चुकी है.
जाने-माने इतिहासकार डॉ. रवि भट्ट ने बताया कि ला मार्टिनियर बॉयज स्कूल 1845 में बनकर तैयार हो गया था. इसे क्लाउड मार्टिन ने बनवाया था. उनका जन्म 1735 में फ्रांस के शहर ल्योंन में हुआ था. वह फ्रेंच ईस्ट इंडिया कंपनी में फौजी बन गया था. इसके बाद वह नवाब आसफुद्दौला के कहने पर लखनऊ आ गया और नौकरी कर ली.
इतिहासकार डॉ. रवि भट्ट के मुताबिक, क्लाउड मार्टिन ने अपनी प्रेमिका कॉन्स्टेंटिया के नाम पर ला मार्टिनियर इमारत की नींव रखी थी. इस इमारत को फ्रेंच शैली में बनवाया गया है. दरअसल क्लाउड और कॉन्स्टेंटिया फ्रांस के ही रहने वाले थे. क्लाउड मार्टिन ने मरने के बाद यहीं तहखाने में उसे दफन करने की इच्छा जाहिर की थी.
इतिहासकार डॉ. रवि भट्ट ने बताया कि आज भी क्लाउड मार्टिन की कब्र यहां के तहखाने में दफन है. उसकी मृत्यु सन 1800 में हुई थी.
आज ला मार्टिनियर स्कूल फ्रांस, कोलकाता और लखनऊ में है. तीनों ही स्कूलों को क्लाउड मार्टिन के ही पैसों से बनवाया गया है. कहा जाता है कि क्लाउट मार्टिन चाहते थे कि उनके स्कूल में गरीब बच्चों को दाखिला दिया जाए और किसी विशेष जाति या धर्म के बच्चों को दाखिला न दिया जाए. हालांकि वर्तमान में इसमें सबसे अमीर घर के बच्चे पढ़ते हैं और ज्यादातर एक खास धर्म के हैं. यूपी का पहला ऐसा स्कूल है, जहां पर हॉर्स राइडिंग और चर्च भी है.
ला मार्टिनियर कॉलेज में पुरानी तोप भी रखी हैं. इसके अलावा कई सुरंग हैं, जो कि लखनऊ के अलग-अलग हिस्सों में खुलती हैं. यह इमारत गर्मी में ठंडी, तो ठंडी में गर्म रहती है.
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