मुजफ्फरनगर। गन्ने की नई प्रजाति 15023 ने रिकवरी में अब तक की सभी गन्ना प्रजातियों को पीछे छोड़ दिया है। चीनी मिलों में इस प्रजाति की रिकवरी एक प्रतिशत अधिक है और कोल्हू पर एक क्विंटल पर एक किलो अधिक गुड़ निकल रहा है। कोल्हू संचालन इस प्रजाति को 20 रुपये क्विंटल तक अधिक दामों में खरीद रहे हैं। जिले में 90 प्रतिशत जमीन पर गन्ने की खेती हो रही है। गन्ने की प्रजाति 0238 किसानों को खूब भाई। इस प्रजाति में उत्पादन से लेकर रिकवरी तक बढ़ गई। 0238 को अब बीमारी ने घेर लिया है।

उधर, गन्ना विभाग ने जनपद में चार नई प्रजातियों के बीज का वितरण शुरू कराया है। धीरे-धीरे इनका क्षेत्र बढ़ रहा है। इनमें 15023 की मांग सबसे ज्यादा है। इस प्रजाति की रिकवरी अब तक की सभी गन्ना प्रजातियों से अधिक है। उत्पादन भी 0238 के लगभग बराबर ही है और पूरी तरह रोग रहित है। चीनी मिलों में एक प्रतिशत अधिक रिकवरी आ रही है। गुड़ की रिकवरी एक क्विंटल पर एक किलो अधिक है।

खाईखेड़ी चीनी मिल के जीएम संजीव कुमार का कहना है कि इस समय चीनी की रिकवरी सबसे ज्यादा 15023 की है। इसकी रिकवरी साढ़े बाहर प्रतिशत है। 0238 की रिकवरी साढ़े ग्यारह प्रतिशत निकल रही है। जिला गन्ना अधिकारी संजय सिसोदिया का कहना है कि किसानों को 0238 को छोड़कर अब नई प्रजाति अपनानी होगी। रिकवरी के मामले में 15023 ने सभी को पीछे छोड़ा है।

जिले में दो लाख हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि में से एक लाख 76 हजार हेक्टेयर भूमि में गन्ने की फसल है। जनपद में इस समय 89 प्रतिशत किसान गन्ने की प्रजाति को. 0238 की खेती कर रहे हैं। इसके अलावा नई प्रजाति को. 0118 की खेती 12099 हेक्टेयर में, 13235 की खेती 844 हेक्टेयर में, 14201 की खेती 304 हेक्टेयर में और 15023 की खेती 2738 हेक्टेयर में हो रही है। अन्य पुरानी प्रजातियों की उपज 3015 हेक्टेयर में हो रही है।