मुजफ्फरनगर। यूपी के मुजफ्फरनगर में दशहरे पर इस बार रावण का दहन अलग अंदाज में होगा। पारंपरिक तरीके से श्रीराम अग्निबाण नहीं चलाएंगे,बल्कि रिमोर्ट का बटन दबाकर पुतलों में आग लगाएंगे। पुतले का एक-एक हिस्सा धमाकों के साथ जलता चला जाएगा। तीनों पुतलों में करीब 40 हजार रुपये के पटाखे लगाए गए हैं।
अग्निवीर भर्ती के कारण इस बार दशहरे का मुख्य कार्यक्रम राजकीय कन्या इंटर कॉलेज के मैदान पर आयोजित होगा। यहां रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले बनाकर खड़े कर दिए गए हैं।
दशहरे पर दहन को इस बार आधुनिक बनाते हुए रिमोर्ट का प्रयोग किया जाएगा। तीनों पुतलों को तैयार करने में पूरा एक माह का समय लगा है। बांस, कपड़ा, कलर पेपर, मैदा, रस्सी, फूंस और पटाखों का इस्तेमाल किया गया है।
कारीगर रफीक ने बताया कि रिमोर्ट का बटन दबते ही सबसे पहले रावण के पुतले का सिर उड़ जाएगा। इसके बाद पहले एक हाथ और फिर दूसरा हाथ जलेगा। दोनों हाथ जलने के बाद पुतले के दोनों पैर से आग पूरे शरीर से ऊपर तक जाएगी।
दशहरे के लिए तैयार किए गए रावण के पुतले की ऊंचाई 60 फीट, कुंभकरण और मेघनाद की ऊंचाई 50-50 फीट है। इन्हें बनानें में 1000 से 1200 रुपये फीट का खर्च आया है। तीनों पुतलों को बिल्कुल आधुनिक तरीके से बनाया गया है।
पिछले करीब 60 वर्षों से तैयार करने वाले मुस्लिम परिवार ने ही इस बार भी यह तीनों पुतले तैयार किए है। नावल्टी चौक के रहने वाले रियाजुद्दीन के बेटे रफीक ने बताया कि वह लोग 1964 से दशहरें के लिए पुतले तैयार कर रहे है। उससे पहले उसके पिता पुतले तैयार करते थे, लेकिन अब वह ऋषिकेश में पुतले बनाते है।