आगरा। आगरा में फर्जी बिल, वारंटी, मोटर और कंपनी का लोगों बदलकर बालूगंज में सस्ती इलेक्ट्रिक स्कूटी बिक रही थीं। कंपनी तक शिकायत पहुंची। बुधवार को पुलिस टीम ने बालगूंज स्थित चावला एंड संस के शोरूम पर छापा मारा। सात नकली स्कूटी बरामद की गईं। तहरीर पर पुलिस ने धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। कंपनी के सीईओ ने बताया कि नकली इलेक्ट्रिक स्कूटी की बैटरी फट सकती है। ऐसी स्कूटी जानलेवा भी हो सकती है।
फ्रैंजा इलेक्ट्रिक व्हीकल प्रा.लि. कंपनी बैटरी संचालित दो पहिया वाहन बनाती है। फरीदाबाद में कंपनी का प्लांट है। वहां इलेक्ट्रिक स्कूटी बनती हैं। कंपनी के सीईओ रितेश बंसल ने बताया कि कंपनी के आगरा में तीन डीलर थे। जिनमें बालगूंज स्थित चावला एंड संस के मालिक गोविंद चावला भी शामिल थे। तीन महीने पहले फरवरी 2024 में कंपनी का 30 लाख रुपया हड़पने पर चावला एंड संस की डीलरशिप रदद् कर दी गई थी।
चोरी छिपे चावला एंड संस फर्जी बिलिंग, बैटरी, चैस नंबर, मोटर नंबर और लोगों बदलकर फ्रैंजा कंपनी की स्कूटी बेचता रहा। पिछले महीने कई ग्राहकों ने स्कूटी की बैटरी, शॉकर व माइलेज की शिकायत की। टेक्निकल टीम से जांच कराई तो जिन स्कूटी में शिकायत आई थी उनके चैसिस व मोटर के सीरिज नंबर अलग मिले।
जानकारी पर पता चला कि बालगूंज से गाड़ी बिक रही हैं। असली स्कूटी की कीमत 60 हजार रुपये है। नकली स्कूटी 50 से 55 हजार में बिक रही थीं। सीईओ ने रकाबगंज पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। बुधवार को कंपनी प्रतिनिधियों के साथ पुलिस ने शोरूम पर छापा मारा। जहां एक ग्राहक को फर्जी बिलिंग व नकली स्कूटी बेचते हुए पकड़ा गया। शोरूम पर गोविंद चावला का भाई सुरेंद्र चावला, मैनेजर दीपक सिंह मौजूद बिक्री करते मिले। उनकी निशानदेही पर सात नकली स्कूटी शोरूम से बरामद की गई। मौके से गोविंद चावला का भाई सुरेंद्र चावला भाग गया। मैनेजर दीपक सिंह को पकड़कर पुलिस रकाबगंज थाना ले आई।
कंपनी सीईओ रितेश बंसल ने बताया कि गोविंद चावला के विरुद्ध एक मुकदमा फरीदाबाद में भी धोखाधड़ी की धाराओं में दर्ज है। नकली इलेक्ट्रिक स्कूटी की बैटरी फट सकती है। ऐसी स्कूटी जानलेवा भी हो सकती है। उन्होंने कहा कि पुलिस से उम्मीद है कि वह यह पता लगाए कि इनका निर्माण कहां होता था। स्कूटी के हूबहू नकली टॉप मॉडल कौन बनाता था।