मेरठ। कृषि कानून के विरोध में पिछले 10 महीने से चल रहे आंदोलन को मुद्दा बनाने की कोशिश में जुटे विपक्षी दलों के दांव को पार्टी किसान मोर्चा के नए जिलाध्यक्षों के माध्यम से चित करने की योजना बनाई है। पार्टी ने पश्चिमी उप्र के 19 जिलों में जिलाध्यक्षों की घोषणा कर दी है।
इसके पीछे वजह यही मानी जा रही है कि कृषि कानून विरोधी आंदोलन की ताप जिस धरती पर विपक्ष बता रहा है, उसे भाजपा अपने परिश्रम से निकले पसीने से ठंडा करना चाहती है। हालांकि पार्टी मान रही है कि इस आंदोलन का कोई असर नहीं है। तर्क है कि किसान यदि भाजपा से नाराज होते तो पंचायत चुनाव में इतनी प्रचंड जीत कैसे मिलती। इस दावे के बावजूद भगवा खेमा किसानों के बीच, खास तौर पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश की टोह भी लेता जा रहा है। भाजपा का मानना है कि किसान पूरी तरह उनके साथ हैं, क्योंकि किसानों के हित में सबसे अधिक काम मोदी-योगी सरकार ने ही किया है। पश्चिम के जिलाध्यक्ष सबसे पहले घोषित करने के मामले में कहते हैं कि वहां से नामों के पैनल पहले आ गए तो पहले घोषित हो गए। उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में किसान संवाद कार्यक्रम शुरू किया जा चुका है। जल्द ही सारे जिलाध्यक्ष घोषित कर दिए जाएंगे।
ये बने जिलाध्यक्ष
जिला : अध्यक्ष
रामपुर : प्रेमपाल सिंह गंगवार
मुरादाबाद जिला : सतेंद्र चौधरी
मुरादाबाद महानगर : मनीष गुर्जर
सम्भल : देवेंद्र यादव
अमरोहा : राहुल चौहान
बिजनौर : खेल सिंह राजपूत
मुजफ्फरनगर : अमित सिंह रायल
शामली : सत्पाल भूरा गुर्जर
मेरठ जिला : अजय त्यागी
मेरठ महानगर : प्रवेश गुमी
हापुड़ : अमित सिवाल
बागपत : नितिन चौधरी
गाजियाबाद जिला : देवेंद्र चौधरी डायमंड
गाजियाबाद महानगर : पंकज भारद्वाज
नोएडा महानगर : ओमवीर अवाना
गौतमबुद्धनगर : डा. चंदन सिंह
बुलंदशहर : सुधीर शर्मा
सहारनपुर महानगर : अरुण यादव