मुजफ्फरनगर। गांव हुसैनपुर कला निवासी युवक सुहेल की मौत का राज जानने के लिए शनिवार को उसका शब कब्र से निकाला जाएगा। सुहेल की 26 जुलाई को हादसे में मौत होना बताते हुए शव को सुपुर्द ए खाक कर दिया गया था। शनिवार को परिजनों ने कलक्ट्रेट परिसर में धरना देकर इसकी मांग की। डीएम के आदेश पर एसडीएम व सीओ बुढ़ाना की देखरेख में शव कब्र से निकाला जाएगा।
गांव हुसैनपुर कलां निवासी भूूरा ने पुलिस को दिए शिकायती पत्र में बताया था कि उसने जान पहचान होने के चलते उन्होंने गांव में ही क्लीनिक चलाने वाले डाक्टर के पास पांच लाख रुपये बतौर अमानत रखे थे। पढ़ाई करने के साथ-साथ उनका बेटा सुहेल डाक्टर के पास कंपाउंडर का काम कर लेता था। 26 जुलाई की सुबह डाक्टर और उसके दो साथी घर से सुहेल को बाइक पर बैठाकर अपने साथ ले गए थे। रात दस बजे डाक्टर ने हादसे में सुहेल के घायल होने की सूचना देते हुए उन्हें भूनी गांव आने को कहा थी। कहने के बावजूद डाक्टर ने उनके बेटे से बात नहीं कराई थी। बाद में मेरठ अस्पताल मेें सुहेल की मौत हो गई थी। बेटे का शव देखकर वह बेहोश हो गया था। तीन दिन बाद उसे होश आया तब तक उनके बेटे का शव सुपुर्द ए खाक किया चुका था। भूरा ने आरोप लगाया कि उनके बेटे की मौत हादसे में नहीं हुई बल्कि उसकी हत्या की गई।
शुक्रवार को बेटे का शव कब्र से निकाल कर पोस्टमार्टम कराने की मांग करते हुए परिजनों ने ग्रामीणों के साथ कलक्ट्रेट परिसर में धरना दिया। सीओ बुढ़ाना विनय गौतम ने मौके पर पहुंच कर उनसे बात की। सीओ ने बताया कि डीएम के आदेश पर शनिवार सुबह सुहेल के शव कब्र से निकलवा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा। इसके बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।