मुजफ्फरनगर। गन्ना शोध संस्थान में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 10 जिलों के किसानों को गन्ना उत्पादन तकनीकि प्रशिक्षण दिया जा रहा है। दूसरे दिन शामली जिले के 50 किसानों को प्रशिक्षण दिया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ गन्ना शोध केंद्र के प्रभारी डॉ़ जेपी सिंह ने किया। उन्होंने कहा कि गन्ना उत्पादन तकनीकि प्रशिक्षण का तात्पर्य यह है कि किसान गन्ने की खेती में तकनीकि का प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि 0238 के स्थान पर किसान नई प्रजाति का प्रयोग करें।
शामली के ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक प्रेम नारायण शुक्ला ने कहा कि यह प्रशिक्षण के किसानों के लिए अत्यंत लाभकारी रहेगा। वरिष्ठ वैज्ञानिक ओएस जौशिया ने नई प्रजाति 17231 के गुण दोष बताए। डॉ़ वेदप्रकाश ने मृदा की जांच पर जोर दिया। अजय कुमार सिंह ने चोटी बेधक कीट के जीवन चक्र, आक्रमणकाल, बचाव के बारे में बताया। सुंदरपाल राठी ने पेडर प्रबंधन की जानकारी दी।