मुजफ्फरनगर. बाइक और स्कूटी की भिड़ंत में गंभीर रूप से घायल कंपनी कर्मचारी की एम्स में उपचार के दौरान मौत हो गई है। वहीं, कर्मचारी की मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

शनिवार सुबह खानपुर-लक्सर हाईवे पर लक्सर कृषि उत्पादन मंडी समिति के निरीक्षक सुभाष चंद्र की स्कूटी और विजय निवासी गांव तेजलहेड़ा जिला मुजफ्फरनगर की बाइक की टक्कर हो गई थी। विजय दाबकी कलां में अपनी ससुराल से घर वापस जा रहा था। वह लक्सर की एक कंपनी में काम करता था। पुलिस और राहगीरों ने घायलों को लक्सर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया था। यहां डॉक्टरों ने विजय की गंभीर हालत देखते हुए उसे हरिद्वार के लिए रेफर कर दिया था, जबकि मंडी निरीक्षक को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बताया जा रहा है कि कर्मचारी विजय को हरिद्वार से ऋषिकेश एम्स के लिए रेफर कर दिया था। एम्स में पहुंचने से पहले ही विजय की रास्ते में मौत हो गई थी। मृतक के चचेरे भाई भानु ने बताया कि समय पर सही उपचार नहीं मिलने से उनके भाई की मौत हुई है। अगर लक्सर और हरिद्वार में समय पर सही इलाज मिल जाता तो उसकी जान बच सकती थी।

नारी एकता संगठन के कार्यकर्ताओं ने रूहालकी में बैठक कर मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर खानपुर क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज खोले जाने की मांग की है। संगठन अध्यक्ष रितु चौधरी ने कहा कि क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाएं सही से नहीं मिल पा रही हैं। लोगों को इलाज के लिए हरिद्वार और देहरादून की ओर भागना पड़ता है। पत्र भेजने वालों में बबली, मुनेश, पूर्णिमा, पूनम, मोनिका, सुजाता, पिंकी, बबली भाटी, रीना, सीमा, रेखा, मिथुन, भरत सिंह और समर सिंह आदि मौजूद रहे।

गोवर्धनपुर में रविवार को आयोजित व्यापारियों की बैठक में भगत सिंह ने कहा कि 108 एंबुलेंस दोनों घायलों को लेकर लक्सर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची थी, लेकिन डॉक्टरों ने इलाज नहीं किया, जिससे युवक के सिर से लगातार खून बहता रहा। हरिद्वार में भी युवक के सिर की मरहम पट्टी नहीं की गई, जिससे एम्स जाते हुए युवक ने दम तोड़ दिया। व्यापारियों ने जिलाधिकारी से मामले में जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग है। बैठक में राज सिंह, अरुण कुमार, मेहरबान, अनमोल, सुनील फौजी, प्रमोद कुमार आदि मौजूद रहे। उधर, स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. अनिल वर्मा का कहना है कि संज्ञान में ऐसा कोई मामला नहीं आया है।