गोरखपुर। गोरखपुर महिला थाने के बाद अब सहजनवां थाने के प्रभारी कार्यालय में बातचीत के दौरान किन्नरों का दो गुट भिड़ गया। विवाद इतना बढ़ गया कि थानेदार और पुलिस को कार्यालय छोड़कर बाहर निकलना पड़ा। बाद में गीडा थाने की पुलिस के साथ पीएसी बुलानी पड़ी। करीब डेढ़ घंटे बाद दोनों गुटों में बातचीत हुई और सभी वापस चले गए।
सहजनवां थाना क्षेत्र के रिठुआखोर मोड़ के पास 19 मार्च को तान्या किन्नर को गोली मारी गई थी। इसके बाद से ही तान्या गुट के किन्नर आक्रोशित हैं। 19 की रात और 20 की सुबह किन्नरों ने खूब हंगामा किया था। बुधवार को किन्नर कल्याण बोर्ड की सदस्य महामंडलेश्वर कनकेश्वरी नंद गिरी के नेतृत्व में एक गुट सहजनवां थाने पहुंचा। कार्यालय में बैठकर बातचीत कर रहा था। इसी दौरान तान्या गुट के लोग भी आ गए। दूसरे गुट पर लीपापोती का आरोप लगाते हुए विवाद करने लगे। देखते ही देखते दोनों गुट थानेदार कार्यालय में आमने-सामने हो गए। मौजूद पुलिसकर्मियों के समझाने पर भी बात नहीं बनी तो गीडा थाना पुलिस और पीएसी बुलानी पड़ी। थाना गेट पर बैरीकेडिंग कर दी गई। पुलिस की मौजूदगी में करीब डेढ़ घंटे तक दोनों गुट में बातचीत हुई फिर सभी वापस चले गए।
तान्या किन्नर को गोली मारने के मामले में पुलिस मुकदमा दर्ज कर जांच कर रही है। सहजनवां थाने की पुलिस ने पूछताछ के लिए छह लोगों को हिरासत में लिया है। सूत्रों की मानें तो हिरासत में लिए आरोपित ही गोलीकांड में शामिल हैं। हालांकि पुलिस सिर्फ तीन को हिरासत में लेने की बात कह रही है। पुलिस अधीक्षक उत्तरी मनोज अवस्थी ने बताया कि कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। जल्द ही घटना का पर्दाफाश कर दिया जाएगा।