कीव. रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू हुए अब 30 दिन हो चुके हैं। हालांकि, अब तक तक दोनों ही पक्ष जंग को रोकने के लिए किसी समझौते पर नहीं पहुंच पाए हैं। इस बीच यूक्रेन की खुफिया एजेंसियों ने दावा किया है कि रूस आगामी 9 मई तक यह युद्ध खत्म करना चाहता है। यूक्रेनी अधिकारियों का कहना है कि 9 मई वही दिन है, जब रूस द्वितीय विश्वयुद्ध में नाजियों पर जीत को लेकर अपना विजयी दिवस मनाता है। यह दिन रूस में बिल्कुल किसी त्योहार की तरह मनाया जाता है।
अमेरिका बोला- रूस की कुछ मिसाइलें 60 फीसदी तक असफल
अमेरिका ने रूस-यूक्रेन युद्ध में इस्तेमाल होने वाले हथियारों पर करीब से नजर रखी है। अब एक अधिकारी ने दावा किया है कि रूस की कुछ मिसाइलों की असफलता दर 60 फीसदी से ज्यादा है। यानी यह मिसाइलें लक्ष्य भेदने में नाकाम हो रही हैं। अधिकारियों का कहना है कि इन्हीं बेकार हथियारों की वजह से रूस को यूक्रेन के शहरों में अब तक कोई खास बढ़त नहीं मिली है।
यूक्रेन के बंदरगाहों से विदेशी जहाजों को निकलने का मौका देगा रूस
रूस ने शुक्रवार को दावा किया कि वह यूक्रेन के बंदरगाहों से विदेशी पोतों को निकलने के लिए मौका देगा। यूक्रेन की वेबसाइट द कीव इंडिपेंडेंट ने दावा किया कि रूस की तरफ से इसके लिए एक मानवीय कॉरिडोर की स्थापना की जाएगी और यह 25 मार्च की सुबह 8 बजे से लकर शाम 7 बजे तक खुला रहेगा। यह कॉरिडोर करीब 4.5 किलोमीटर चौड़ा होगा।
पेंटागन अधिकारियों का दावा- चीन के लिए बोझ बन रहा रूस
अमेरिका के रक्षा मंत्रालय ‘पेंटागन’ के अधिकारी और रक्षा नीति के उपमंत्री कॉलिन काह्ल ने कहा है कि रूस की ओर से यूक्रेन के खिलाफ छेड़ी गई जंग अब पुतिन को भरी पड़ने वाली है, क्योंकि अब रूसी राष्ट्रपति जो कर रहे हैं, वह चीन के लिए बोझ बनता जा रहा है।
बेलारूस ने पश्चिमी देशों के करीब जाने के लिए पोलैंड को दी चेतावनी
बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने आगाह किया है कि यूक्रेन में पश्चिमी शांतिरक्षक बलों (पीसकीपिंग फोर्सेज) को तैनात करने का पोलैंड का प्रस्ताव तीसरा विश्व युद्ध भड़का सकता है। लुकाशेंको ने कहा कि इसका मतलब तीसरा विश्व युद्ध होगा। बेलारूस रूस का सहयोगी है और उसने रूस को यूक्रेन पर आक्रमण करने के लिए अपने क्षेत्र का इस्तेमाल करने की अनुमति दी है। उन्होंने कहा,‘‘हालात बेहद गंभीर और तनावपूर्ण हैं।’’
यूक्रेन के राष्ट्रपति की मांग- ईयू जल्द ले शामिल करने पर फैसला
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने नाटो की आपात बैठक को संबोधित करते हुए असीमित सैन्य सहायता मुहैया कराने की अपील की। जेलेंस्की ने नाटो के साथ पहली बैठक की। इसके बाद उन्होंने यूरोपीय संघ से भी जल्द से जल्द यूक्रेन को समूह में शामिल करने की अपील की। जेलेंस्की ने कहा कि ईयू को किसी देश को शामिल करने की प्रक्रिया को तेज करना चाहिए।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि वह चाहते हैं कि रूस को जी-20 से बाहर कर दिया जाए। यूक्रेन पर रूस के हमले को लेकर नाटो की आपात बैठकों के बाद ब्रसेल्स में बृहस्पतिवार को बाइडन ने उक्त टिप्पणी की। जी-20, 19 देशों और यूरोपीय संघ का अंतर सरकारी मंच है जो प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर काम करता है। बाइडन ने कहा कि उन्होंने गुरुवार को अन्य वैश्विक नेताओं के साथ मुद्दा उठाया है।