यूपी के अमरोहा स्थित पतेई खालसा गांव में मोहर्रम का जुलूस निकालते समय ट्रैक्टर ट्रिपलर पर रखे 35 फीट ऊंचे ताजिये पर अचानक 132 केवीए की हाईटेंशन लाइन का करंट उतर आया। तेज धमाके के साथ ताजिये में आग लग गई। थोड़ी देर में ताजिया धू-धू कर जलने लगा।
करंट उतरते ही ट्रैक्टर-ट्रिपलर पर बैठे 30 लोग बुरी तरह झुलस गए। गंभीर रूप से घायल किशोर समेत दो की मौत हो गई। अस्पताल में डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद मौके पर मातम पसर गया। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने घायलों को मुरादाबाद के टीएमयू में भर्ती कराया। जहां कई की हालत गंभीर बनी हुई है।
को जिले भर में दस मोहर्रम पर ताजियों के जुलूस निकाले जा रहे थे। हर साल की तरह डिडौली कोतवाली क्षेत्र के पतेई खालसा गांव में भी जुलूस निकाला जा रहा था। ताजिया के जुलूस में करीब 400 से 500 लोग शामिल थे। इस दौरान करीब 35 फिट ऊंचा ताजिया ट्रैक्टर-ट्रिपलर में रखा हुआ था। जबकि अलग अलग छोटे तीन ताजियों को लोग कंधे पर लेकर चल रहे थे।
ताजिया का जुलूस पतेई खालसा से शुरू होकर ढकिया चमन और इसके बाद नीलीखेड़ी के कर्बला में जाकर दफन होना था। जैसे ही लोग ताजिया पतेई खालसा गांव की मस्जिद से उठाकर ढकिया चमन रोड स्थित कब्रिस्तान के पास पहुंचे थे। बड़े ताजिये में करीब पांच से छह फीट ऊंची लोहे के सरिये में झंडा लगा हुआ था। तभी सड़क के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन करंट ताजिये पर उतर आया। तेज धमाके के साथ ताजिये में आग लग गई।
करंट उतरते ही ट्रिपलर में बैठे बच्चे और बड़े समेत 30 लोग करंट की चपेट में आ गए। ताजिया थोड़ी देर में धू-धू कर जलने लगा। जुलूस में शामिल लोगों में भगदड़ मच गई। सूचना मिलते ही डीएम राजेश कुमार त्यागी, एसपी आदित्य लांग्हे, एएसपी राजीव कुमार सिंह, एसमीएम प्रतिभा सिंह, सीओ सिटी विजय कुमार राणा समेत बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गया।
तुरंत ही घायलों को एंबुलेंस और पुलिस की गाड़ियों से पाकबड़ा के टीएमयू में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों ने उवैस (13) पुत्र ताहिर और शानू पुत्र जरीफ को मृत घोषित कर दिया। बड़ी संख्या में घायलों के पहुंचते ही टीएमयू परिसर में ही चीख-पुकार मच गई। जबकि आग लगने के बाद ताजिया पूरी तरह जलकर राख हो गया। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने लोगों को मौके से हटाकर स्थिति को संभाला। वहीं अन्य छोटे तीन ताजियों को नीलीखेड़ी ले जाकर दफनाया गया।