मुजफ्फरनगर। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ में संस्कृत विभाग द्वारा आयोजित व्यास समारोह में देश भर के विभिन्न विश्वविद्यालयों से भाग लेने आए प्रोफेसर व शोध छात्र-छात्राओं ने शुकतीर्थ पहुंचकर महर्षि शुकदेव मुनि के बारे में जाना तथा तीन सदी के युगदृष्टा स्वामी कल्याणदेव महाराज की समाधि पर पुष्प अर्पित कर नमन किया।
महर्षि शुकदेव स्वामी कल्याणदेव डिग्री कॉलेज के सहायक प्रोफेसर डॉ. नरेंद्र बालियान ने बताया कि चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ में संस्कृत विभाग द्वारा व्यास समारोह का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें देश भर के विभिन्न विश्वविद्यालयों के प्रोफेसर व शोध छात्र-छात्राएं भाग ले रहे हैं। बुधवार को उड़ीसा से विश्वनाथ स्वामी, दीनदयाल विश्वविद्यालय गोरखपुर से डॉ. छाया रानी, महाराजगंज गोरखपुर से चंद्रशेखर मिश्र, कान्हु चरण पंडा, डॉ. डी.एन. त्रिपाठी, डॉ. विमला गाजीपुर, डॉ. सन्तोष कुमारी, डॉ. पूनम लखनपाल, डॉ. राजबीर, डॉ. ओमपाल, पारूल, विनीता आदि शुकतीर्थ श्री शुकदेव आश्रम में पहुंचे तथा मंदिर के दर्शन कर तीन सदी के युगदृष्टा स्वामी कल्याणदेव महाराज की समाधि पर पुष्प अर्पित कर नमन किया। पीठाधीश्वर स्वामी ओमानंद महाराज ने शुकतीर्थ साहित्य भेंट करते हुए कहा कि संस्कृत संस्कृत भाषा विश्व की समस्त भाषाओं की जननी है। इसका संरक्षण, संवर्धन, भारतीय संस्कृति विकास में अत्यंत आवश्यक है। कथा व्यास सुमन कृष्ण शास्त्री ने महर्षि शुकदेव की कथा का वर्णन किया। इस दौरान छात्रा सृष्टि, पूजा, जुगनी, अंकुर, दिपांशी, आदित्य, जगनेश्वर आदि मौजूद रहे।