मेरठ। में बेखौफ बदमाशों ने परतापुर इलाके में कर्मचारियों को बंधक बनाकर बिजलीघर में डकैती डाल दी। बदमाश बार-बार कहते रहे कि कोई बाहर निकला तो गोली मार देंगे। एक कर्मचारी ने पुलिस को कॉल कर दी। पुलिस के आने से पहले ही बदमाश करीब 1.50 लाख कीमत का बिजली का सामान महिंद्रा पिकअप में लादकर फरार हो गए। पुलिस ने मामला चोरी में दर्ज किया है।
घटना परतापुर थाना क्षेत्र के मोहिउद्दीनपुर मार्ग स्थित गेझा गांव की है। मंगलवार रात दो बजे गेझा गांव के पास बिजलीघर पर 8-9 बदमाश हथियारों ने लैस होकर महिंद्रा पिकअप गाड़ी से पहुंच गए। बिजलीघर से वायर और डॉक कंडक्टर गाड़ी में लादने शुरू कर दिए। तभी सब स्टेशन ऑफिसर बच्चू सिंह, लाइनमैन नरेंद्र और संजय की आंख खुल गई। बच्चू सिंह का कहना है कि शोर मचाने पर एक बदमाश ने कहा कि मुंह खोला तो गोली मार देंगे। जहां हो, चुप रहो। इसके बाद भी एक कर्मचारी ने पुलिस को कॉल कर दी। दस मिनट में पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक बदमाश फरार हो गए। पुलिस ने कर्मचारियों से जानकारी ली और लौट गई।
बुधवार सुबह बिजलीघर के जेई रमाकांत ने बताया कि बदमाश करीब 1800 मीटर तार और दो कुंतल डॉक कंडक्टर गाड़ी में लादकर ले गए, जिसकी कीमत करीब 1.41 लाख रुपये बताई गई। एएसपी ब्रह्मपुरी विवेक यादव का कहना है कि रात में पुलिस ने घटनास्थल पर जाकर कर्मचारियों के बयान लिए थे, जिसमें कोई भी सामान चोरी होना नहीं बताया गया था। सुबह चोरी की बात पुलिस को बताई, जिसकी रिपोर्ट दर्ज कर ली।
कर्मचारियों ने बताया कि बिजलीघर में करीब एक दर्जन कुत्ते हैं। रात में कोई भी आदमी वहां पर जाता है तो कुत्ते भौंकते हैं। मंगलवार रात सिर्फ एक कुत्ता भौंक रहा था। बदमाशों के जाने के बाद देखा तो कुत्ते बेहोश पड़े हुए थे। अंदेशा कि बदमाशों ने कुत्तों को नशीले बिस्किट खिलाए। उसके बाद ही चाहरदीवारी फांदकर बिजलीघर में अंदर आए।
पुलिस ने बताया कि बिजलीघर के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, जिसकी फुटेज देखी जाएगी। एसपी सिटी विनीत भटनागर का कहना है कि बिजली का सामान चोरी करने वाले गैंग की तलाश में पुलिस लगी है। तीन महीने पहले भी लालकुर्ती क्षेत्र में एक बिजलीघर पर चोरी करते तीन आरोपी पकड़े थे।
बिजलीघर के कर्मचारी बता रहे कि बदमाशों ने गोली मारने की धमकी दी, जिसके चलते वे दहशत में रहे। इसके बावजूद उन्होंने पुलिस को फोन कर दिया। कर्मचारियों द्वारा लगाए आरोपों का वीडियो भी है। यह सारी बात रात में और सुबह भी पुलिस को बताई। इसके बावजूद डकैती को चोरी में दर्ज की। पुलिस घटना को संदिग्ध मान रही है।