मुजफ्फरनगर। डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के कार्य में लगी कंपनी के विरोध में वाल्मीकि समाज के लोगों ने प्रदर्शन किया। शहर के वार्डों में घरों से कूड़ा उठा रहे वाल्मीकि समाज के सफाई कर्मचारियों ने प्रदर्शन करते हुए टाउनहाॅल पहुंचकर ईओ का घेराव किया। इस दौरान कंपनी के लोगों के साथ वार्ता में इन कर्मियों ने कंपनी के साथ काम करने से इन्कार किया।
भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज के नेता सन्नी सिलेलान के नेतृत्व में वाल्मीकि समाज के सैंकड़ो महिला और पुरुष नगरपालिका प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए टाउनहाॅल पहुंचे और ईओ कार्यालय का घेराव करते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान ईओ प्रज्ञा सिंह अपने कार्यालय में कंपनी के एमडी कमलजीत और जोन इंचार्ज पुष्पराज के साथ शहर की सफाई व्यवस्था में बनी समस्याओं को लेकर वार्ता कर रही थीं। इसी दौरान वाल्मीकि समाज के लोग भी पहुंच गए।
सन्नी सिलेलान ने आरोप लगाया कि वाल्मीकि समाज के लोगों से उनका रोजगार छीना जा रहा है। घर-घर कूड़ा उठाकर जो लोग 15-20 हजार रुपये महीने कमा रहे हैं, उनको कंपनी दस हजार रुपये वेतन पर रखने का ऑफर दे रही है जो उनको स्वीकार नहीं है। उन्होंने कहा कि इस कार्य में 104 कर्मचारी लगे हुए हैं, जिनके सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि इन कर्मचारियों के कार्यक्षेत्र में कंपनी का हस्तक्षेप बंद हो और कंपनी की गाड़ियों को वहां न भेजा जाए।
कंपनी के एमडी कमलजीत ने बताया कि उनको कंपनी नौकरी देने को तैयार है और इसके लिए वेतन से अलग कंपनी प्रोफिट में से भी एक हजार रुपये प्रतिमाह देगी। उन्होंने ईओ के समक्ष बताया कि एक कर्मचारी को वेतन और लाभ के रूप में करीब 13,845 रुपये प्रतिमाह मिलेंगे, लेकिन इस पर भी कर्मचारी कार्य करने को तैयार नहीं हैं। ईओ ने बताया कि कर्मचारियों को कंपनी के साथ समन्वय कराने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदर्शन करने वालों में सन्नी सिलेलान, मनोज कुमार, अर्जुन शील, गुड़िया, सोमवीरी, शक्ति सिंह, मोनू, सोहनपाल मौजूद रहे।
भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज के प्रतिनिधि सन्नी सिलेलान, सोमवारी राजोरिया, ओमवीर सोदाई, अर्जुन शील, गुड रानी ने 104 सफाई कर्मचारी मजदूरो की उपस्थिति कंपनी के अधिकारियों के साथ बात की। लंबी बातचीत के बाद दोनो पक्षों में समझौता हो गया।