मुजफ्फरनगर। जिले में रोडवेज बस अड्डा हो या फिर प्राइवेट, सभी पर यात्री परेशान घूमते रहे। रोडवेज बस तो आती जाती दिखाई दे भी रही थी, लेकिन प्राइवेट बस अड्डे सूने पड़े हैं। यात्रियों को प्राइवेट वाहनों से मंजिल के लिए रवाना होना पड़ा।

विधानसभा चुनाव में व्यवस्था संभालने को इधर से उधर जाने के लिए जनपद प्रशासन ने सैकड़ों वाहनों का अधिग्रहण किया है। इनमें निजी वाहन के साथ ही रोडवेज बस और प्राइवेट बस भी शामिल है। बताया गया कि रोडवेज बस व्यवस्था का तो बुरा हाल हो चला है। दिल्ली-ऋषिकेश मार्ग की तो सभी बस चुनाव में लगाई है। सहारनपुर वाया मुजफ्फरनगर होकर हरिद्वार जाने वाली बसें भी नही है। इन बसों को कई दिन पहले चुनाव के लिए ले लिया गया था।

बृहस्पतिवार को मुजफ्फरनगर से मीरापुर, शामली व सहारनपुर मार्ग पर चलने वाली बसों को ले लिया गया है। मीरापुर मार्ग की सभी 38, शामली मार्ग की भी 70 बसें चुनाव ड्यूटी में लगा दी गई हैं। शामली और मीरापुर मार्ग पर जाने के लिए कोई व्यवस्था न होने के कारण यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
सभी बसें चुनाव ड्यूटी में लगाए जाने के कारण बस अड्डे सूने पडे़ थे। बाहर से आए यात्री सड़क किनारे खड़े होकर वाहनों को रोककर मंजिल तक जाने के लिए प्रयासरत थे। यात्रियों का कहना था कि प्रशासन को कुछ बस तो आमजन की सुविधा के लिए छोड़नी थी।