बागपत के बड़ौत में बस स्टैंड से एक महिला को लिफ्ट देने के बहाने चार युवक दाहा गांव में लेकर पहुंचे और वहां मुर्गी फार्म पर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। इसके बाद चारों युवक महिला को जान से मारने की धमकी देकर बामनौली गांव के पास छोड़कर भाग गए। 

पीड़ित महिला ने थाने पहुंचकर मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने मामले की जांच करने के बाद चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। बताया गया कि इनमें एक युवक जिवाना जिवानी की प्रधान का बेटा है। बड़ौत कोतवाली क्षेत्र की रहने वाली महिला ने बताया कि 17 अगस्त को वह बड़ौत में दिल्ली बस स्टैंड पर खड़ी हुई थी। तभी वहां पर सन्नी, रितिक, शिवाक निवासी जिवाना जिवानी, आशु उर्फ भूरा निवासी दाहा स्कॉर्पियो गाड़ी में सवार होकर पहुंचे। वह सन्नी को पहले से जानती थी। सन्नी ने उसे घर छोड़ने की बात कही तो वह उनके साथ गाड़ी में बैठ गई। 

इसके बाद चारों युवक उसे घर छोड़ने की बजाय दाहा गांव में मुर्गी फार्म पर लेकर पहुंच गए और वहां उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। घटना को अंजाम देने के बाद उसे बामनौली गांव के पास छोड़ गए। किसी को इस बारे में बताने पर जान से मारने की धमकी भी दी। वहीं पीड़ित महिला ने थाने पहुंचकर मुकदमा दर्ज कराया। 

एसपी नीरज कुमार जादौन ने बताया कि इस मामले में चारों आरोपियों को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। इसमें शामिल एक आरोपी रितिक जिवाना जिवानी गांव की प्रधान का बेटा है।