नई दिल्ली. विराट कोहली पिछले 1000 दिनों से इंटरनेशनल क्रिकेट में शतक नहीं लगा पाए हैं. कोहली लगातार खराब फॉर्म से गुजर रहे हैं. यही कारण रहा कि उन्हें वेस्टइंडीज और जिम्बाब्वे के खिलाफ सीरीज में आराम दिया गया. अब कोहली ने अपने खराब फॉर्म को लेकर बात की है और ये भी बताया है कि क्यों उनके लिए क्रिकेट से ब्रेक जरूरी हो गया था. स्टार स्पोर्ट्स को दिए इंटरव्यू में कोहली ने खुद की मानसिकता पर भी बात की. पूर्व कप्तान ने बताया कि 10 साल में ऐसा पहली बार हुआ जब उन्होंने ब्रेक के दौरान अपने बल्ले को हाथ नहीं लगाया. कोहली ने कहा कि ‘कुछ महीने पहले तीव्रता गायब हो गई थी और इसे वापस पाने के लिए उन्हें एक ब्रेक की जरूरत थी’.
भारत के पूर्व कप्तान ने अपनी बात आगे रखते हुए कहा कि, ‘मुझे एक ऐसे व्यक्ति के रूप में देखा जाता है जो मानसिक रूप से बहुत मजबूत है और यकीनन मैं हूं, हर किसी की एक सीमा होती है और आपको उस सीमा को पहचानने की जरूरत है अन्यथा चीजें आपके खिलाफ निकल जाती है.’
यही नहीं कोहली ने बीसीसीआई द्वारा जारी एक वीडियो में भी अपनी बात रखते हुए कहा कि, ‘मैं एक ऐसा व्यक्ति हूं जो जागता है और ऐसा महसूस करता है कि चलो देखते हैं कि मेरे लिए आजका दिन क्या लेकर आता है. पूर्ण उपस्थिति और भागीदारी और खुशी के साथ हर चीज का हिस्सा बनो. मुझसे लोग पूछते हैं कि आप यह सब कैसे कर लेते हैं. मैं उन्हें सिर्फ इतना बताता हूं कि मझे यह खेल पसंद है, मुझे यह तथ्य से प्यार है कि मेरे पास हर गेंद के लिए योगदान करने के लिए बहुत कुछ है और मैं मैदान पर अपना 100 फीसदी हार बार देना चाहता हूं.’
बता दें कि विराट कोहली ने अपना आखिरी इंटरनेशनल शतक साल 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ कोलकाता टेस्ट में लगाया था. तब से लेकर कोहली अबतक कोई शतक नहीं लगा पाए हैं. अब एशिया कप होना है, फैन्स को उम्मीद है कि इस बार के एशिया कप में कोहली का बल्ला जमकर रन बरसाएगा, दूसरी ओर इस टूर्नामेंट के बाद अक्टूबर में एक बार फिर टी-20 वर्ल्ड कप खेला जाने वाला है.