नई दिल्‍ली. ब्र‍िटेन में खुली जिंदगी जीने की आदी लड़कियां कम उम्र में ही कौमार्य को गंवा देती हैं. ऐसे में जब वहां शादी होती है तो वह ‘वर्जिनिटी सर्जरी’ का सहारा लेकर फिर से अपने को कुंवारी साबित करती हैं. अब सरकार ने इसको बैन करने के लिए संसद में कानून पेश किया है. ब्रिटिश सरकार द्वारा “वर्जिनिटी रिपेयर” सर्जरी, जिसे हाइमेनोप्लास्टी के नाम से जाना जाता है, को अपराध बनाने के लिए एक कानून पेश किया गया है.

सोमवार को जोड़े गए स्वास्थ्य देखभाल बिल में संशोधन के तहत कोई भी प्रक्रिया जो हाइमन के पुनर्निर्माण का प्रयास करती है, वह अवैध होगी. भले ही सर्जरी से गुजरने वाले व्यक्ति की सहमति हो या न हो. दरअसल ब्र‍िटेन में क्लीनिक, निजी अस्पतालों और फार्मेसियों की बढ़ती संख्या कौमार्य की बहाली का वादा करने वाली विवादास्पद सर्जरी की पेशकश करती है. यहां बड़ी संख्या में लड़कियां इस सर्जरी को करवा रही हैं.इस सर्जरी का उद्देश्‍य होता है कि जब लड़की या महिला अपने पार्टनर से संबंध बनाए तो उसमें खून बहता है, चाहे वह पहले ही किसी से संबंध क्‍यों न बना चुकी हो. इसमें टिश्‍यू का उपयोग कर नकली हाइमन झिल्ली बनाई जाती है जिससे संबंध बनाते समय खून निकलने लगता है.

चूंकि सरकार पिछली जुलाई में कौमार्य परीक्षण को अपराध घोषित कर चुकी थी इसलिए डॉक्टरों और नर्सों ने “वर्जिनिटी रिपेयर” सर्जरी को गैरकानूनी घोषित करने का आह्वान किया था. इन प्रथाओं में से किसी एक में शामिल होने के लिए इसे महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा का एक रूप माना जाता है.डॉक्टरों के मुताबिक, लड़कियां यह सर्जरी इसलिए भी करवाती हैं ताकि उनके पति को यह ना पता लगे कि वह शादी से पहले ही यौन संबंध बना चुकी हैं. इस सर्जरी को प्राइवेट अस्पताल में करवाने पर 50 से 60 हजार रुपये का खर्च आता है. इस सर्जरी में आधा घंटा लगता है.