मुजफ्फरनगर। सपा-रालोद के गठबंधन से जिले में विधानसभा के चुनाव में लोकसभा का परिणाम दोहराया गया है। लोकसभा चुनाव में भाजपा जिन दो विधानसभा में जीती उन्हीं विधानसभा चुनाव में भाजपा का खाता खुला है। लोकसभा में जिन सीटों पर हारी थी उन सभी चार सीटों पर हार गई है।
जिले में लोकसभा चुनाव 2019 का परिणाम 2022 के विधानसभा चुनाव में दोहराया गया है। लोकसभा चुनाव में भाजपा जिन विधानसभा सीटों पर चुनाव हारी थी, इस चुनाव में उन सभी सीटों पर हार गई है। मुजफ्फरनगर लोकसभा की चार विधानसभा सीट इस जिले की है। लोकसभा चुनाव में रालोद नेता चौधरी अजित सिंह चरथावल और बुढ़ाना में जीते थे और मुजफ्फरनगर एवं खतौली में हार गए थे। मुजफ्फरनगर और खतौली में भाजपा के संजीव बालियान जीते थे। विधानसभा चुनाव में बुढ़ाना में रालोद के राजपाल बालियान जीत गए है।
चरथावल से सपा-रालोद के पंकज मलिक जीते हैं। मुजफ्फरनगर सीट से प्रदेश के राज्य मंत्री कपिलदेव अग्रवाल चुनाव जीत गए है और खतौली से भाजपा के विक्रम सैनी जीते हैं। यानी विधानसभा चुनाव में भी लोकसभा चुनाव पूरी तरह दोहराया गया है। जिले की दो विधानसभा सीट पुरकाजी और मीरापुर बिजनौर लोकसभा क्षेत्र में है। इन दोनो सीटों पर लोकसभा चुनाव में सपा-रालोद और बसपा गठबंधन के मलूक नागर जीते थे और भाजपा के भारतेंद्र सिंह हार गए थे। विधानसभा चुनाव में भी भाजपा दोनो सीटों पर हार गई है। मीरापुर में सपा-रालोद गठबंधन के चंदन चौहान जीते हैं और पुरकाजी में सपा-रालोद गठबंधन के अनिल कुमार ने विजय हासिल की है। 2019 के लोकसभा चुनाव और इस विधानसभा चुनाव के परिणाम भाजपा के लिए एक जैसे रहे हैं। केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ संजीव बालियान का कहना है कि सभी विधानसभा में हमारा वोट बढा है, लेकिन किन्हीं कारणों से चार प्रत्याशी हारे हैं।
2017 के मुकाबले बढ़ा भाजपा का वोट
विधानभा चुनाव 2017 में भाजपा जिले की सभी छह सीटों पर जीती थी। इस बार भाजपा का हर सीट पर वोट बढा है, इसके बाद भी चार सीटों पर हार गई। जिन चार सीटों पर हारी है, उनमें चरथावल में भाजपा के दस हजार वोट बढे़ है। मीरापुर में भी दस हजार से अधिक बढ़े हैं। बुढ़ाना में तीन हजार से अधिक बढ़कर मिले हैं। पुरकाजी में वोट बढ़कर मिला है। हालांकि जीतने वाली दोनो सीटों शहर और खतौली पर भाजपा को 2017 से अधिक वोट मिला है।