नई दिल्ली. भोजन के साथ हमें जो पोषक तत्व प्राप्त होते हैं. फॉलिक एसिड भी इन्हीं में से एक है. फॉलिक एसिड एक ऐसा न्यूट्रिऐंट है, जो नई कोशिकाओं के बनने, हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूती देने, एनीमिया होने से रोकने और बालों को झड़ने से बचाने में सहायक होता है. इनके अतिरिक्त फॉलिक एसिड और भी कई प्रकार से शरीर को लाभ पहुंचाता है, जिनकी लंबी सूची है.

यहां हम आपके लिए उन भोज्य पदार्थों की लिस्ट लेकर आए हैं, जिन्हें अपनी दैनिक आहार में सम्मिलित करने पर आप लंबे समय तक युवा और सुंदर दिखते रहेंगे.

ये हैं फॉलिक एसिड रिच फूड्स
चना
छोला
उड़द
लोबिया
तिल
दालें
हरी पत्तेदार सब्जियां
भिड्डीं
साबुत अनाज
सूखे मेवे
मूंगफली

क्यों जरूरी है फोलिक एसिड?
शरीर में फॉलिक एसिड की कमी होने पर शरीर में भारीपन रहता है, जिससे चलने, उठने, बैठने में भी समस्या होती है.
शरीर में फॉलिक एसिड कम होने पर बाल तेजी से पतले होने लगते हैं और झड़ने लगते हैं.

फॉलिक एसिड की कमी से हड्डियां और मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं.

रक्त में लाल कणिकाओं की कमी का कारण भी फॉलिक एसिड का स्तर कम होना होता है.

फॉलिक एसिड की कमी के कारण डीएनए में बदलाव होने लगते हैं, जो आगे चलकर कैंसर की वजह बन सकते हैं.

फॉलिक एसिड की कमी से हर समय थकान रहने लगती है.

मसल्स पेन की समस्या का कारण भी फॉलिक एसिड की कमी होना हो सकता है.

भूख कम लगने लगती है.

वजन घट सकता है.

पेट खराब रहने लगता है.

डिप्रेशन या अन्य मानसिक बीमारियां हावी होने लगती हैं.

भोजन में क्यों घट जाता है फॉलिक एसिड
ऊपर आपको जितने भी भोज्य पदार्थों की सूचि बताई गई है, उनमें से ज्यादातर जब आपकी प्लेट तक पहुंचते हैं तो उनमें फॉलिक एसिड कॉन्टेंट बहुत कम हो जाता है. रिसर्च के अनुसार, दाल-सब्जियां पकाने के दौरान 30 से 80 प्रतिशत तक विटमिन्स और फॉलिक एसिड की मात्रा समाप्त हो जाती है. इसलिए जितना हो सके आपको सब्जियों की कच्ची सलाद, फल, सूखे मेवे और दही इत्यादि भोज्य पदार्थ खाने चाहिए

सब्जियों को कभी भी काटने के बाद धोना नहीं चाहिए.
दालें धोने के बाद जिस पानी में भिगोकर रखें, उसी पानी का उपयोग इन दाल को बनाने में करें.