मुजफ्फरनगर। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और रालोद अध्यक्ष जयंत सिंह ने मुस्लिम नेताओं से अपने मन की बात की। भरोसा दिलाया कि गठबंधन में सर्वसमाज को पूरा हक मिलेगा।

दोनों नेताओं ने पश्चिम यूपी में पैठ रखने वाले मुस्लिम नेताओं के मन में टिकट नहीं मिलने से पनप रही टीस को भी खत्म करने की कोशिश। चौधरी जयंत सिंह शुक्रवार दोपहर को मेरठ रोड पर पूर्व विधायक अब्दुल राव वारिस के आवास पर पहुंचे और वहां राव के अलावा यहां पूर्व सांसद अमीर आलम खान, पूर्व विधायक नवाजिश आलम खान, पूर्व विधायक नूर सलीम राना और दिवंगत पूर्व सांसद मुनव्वर हसन के भाई कंवर हसन के साथ मुलाकात की। अमीर आलम को छोड़ दें तो सभी मुस्लिम चेहरे अपने-अपने क्षेत्र में टिकट के दावेदार थे। करीब एक घंटे की इस मुलाकात में मुस्लिम नेताओं से शामली और मुजफ्फरनगर के समीकरणों पर बात की गई। जयंत सिंह का कहना था कि शामली में मुस्लिम समाज के लोगों को दो टिकट दिए गए हैं। मुजफ्फरनगर में भले ही टिकट नहीं दिया गया हो, लेकिन गठबंधन में समाज को सम्मान दिया जाएगा।

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का रथ मुजफ्फरनगर से मेरठ के लिए रवाना हुआ तो मुस्लिम समाज के पूर्व विधायक भी उनके साथ जिले के बॉर्डर तक पहुंचे, इस दौरान अखिलेश ने उनके साथ वार्ता की। पूर्व सांसद कादिर राणा और कुछ अन्य नेता हेलीपैड पर पहुंचे।

सपा के रथ में पूर्व मंत्री योगराज सिंह, राजपाल बालियान, राजपाल सैनी, पंकज मलिक, चंदन चौहान, श्याम लाल बच्ची सैनी, अनिल कुमार, सौरभ स्वरूप बंटी, सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी, रालोद जिलाध्यक्ष प्रभात तोमर को सवार किया और यात्रा के दौरान चुनाव पर चर्चा की गई