मुजफ्फरनगर। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से वंचित किसान दफ्तरों और अधिकारियों के चक्कर काटने को मजबूर है। एक या दो नहीं, बल्कि जिले के 69 हजार किसानों को सम्मान निधि का लाभ नहीं मिल पा रहा है। लंबे समय से निधि लटकी होने के कारण योजना के क्रियान्वयन पर भी सवाल उठ रहे हैं।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ सभी पात्र किसानों को नहीं मिल पा रहा है। जिले में करीब 25 प्रतिशत किसान ऐसे है, जिनके खातों में अब तक रुपये नहीं पहुंच पाए हैं। 69 हजार किसानों के खातों में निधि के रुपये नहीं आने से किसान अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं। ये किसान कृषि विभाग के दफ्तरों के साथ प्रशासनिक अधिकारियों के दफ्तर पर भी पहुंच रहे हैं। केवाईसी की प्रक्रिया में निधि उलझ गई है।
जिले में पंजीकृत किसानों की संख्या दो लाख 41 हजार 624 है। इनमें से अभी तक करीब एक लाख 72 हजार किसानों को सम्मान निधि का लाभ मिला है। यानी अभी तक 69624 किसान सम्मान निधि के लाभ से वंचित है।
उप निदेशक कृषि सतेंद्र कुमार ने बताया कि सात अगस्त से किसानों की सुविधा के लिए शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ बैंक और राजस्व विभाग की टीम भी मौजूद रहेगी। 17 अगस्त तक प्रत्येक ब्लाॅक में शिविर लगेगा।
यहां मिलेगा समस्या का समाधान
ब्लाॅक तिथि
मोरना 07 अगस्त
बुढ़ाना 08 अगस्त
शाहपुर 09 अगस्त
बघरा 10 अगस्त
चरथावल 11 अगस्त
पुरकाजी 12 अगस्त
सदर 14 अगस्त
खतौली 16 अगस्त
जानसठ 17 अगस्त
ब्लाक मुख्यालय के शिविर में किसानों की ई-केवाईसी, आधार सीडिंग, भूलेख सत्यापन, न्यू फीड डाटा ओपेन सोर्स और नये पंजीकरण का सत्यापन होगा। इसके बाद किसानाें को सम्मान निधि मिलेगी।