आज आईआईए के सचिव मनीष भाटिया के नेतृत्व में आईआईए से जुड़े उद्यमी डीएम कार्यालय पर पहुंचे और विपुल भटनागर के खिलाफ दर्ज किये गये मुकदमे को लेकर ज्ञापन दिया। इसमें आईआईए द्वारा कहा गया है कि 01 नवंबर को आयोजित पालिका बोर्ड मीटिंग के प्रकरण में विपुल भटनागर के खिलाफ डा. अतुल कुमार द्वारा दुर्भावना से ग्रसित होकर एक झूठी एफआईआर दर्ज कराई गई है। विपुल एक सम्मानित व्यक्ति और उद्यमी हैं। सदन की कार्यवाही की वीडियो रिकार्डिंग मौजूद है। इसमें विपुल भटनागर बीच बचाव करते हुए नजर आ रहे हैं। विपुल ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी के प्रति कोई भी जातिसूचक टिप्पणी या अपशब्द नहीं कहा है। आईआईए ने इस प्रकरण में निष्पक्ष जांच कराकर विपुल भटनागर का नाम मुकदमे से निकलवाने की मांग की है।
वहीं दूसरी ओर इस मामले में गिरफ्तार किये गये आरोपी सभासद प्रवीण पीटर की जमानत अर्जी कोर्ट में दाखिल की गई है, जिस पर 11 नवम्बर को होगी सुनवाई की जायेगी। सभासद प्रवीण पीटर की ओर से वकील मोहमद रिज़वान व वकील अमित तायल ने आज ज़मानत अर्ज़ी दाखिल की है, जिस पर आगामी 11 नवंबर को विशेष अदालत अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति कोर्ट के ज़ज़ जमशेद अली की कोर्ट में सुनवाई होगी।