नई दिल्ली: हार्ट अटैक के मामलों में ऐसा देखा जाता है कि ज्यादातर हार्ट अटैक सुबह के समय आते हैं. इतना ही नहीं कई बार ये बहुत ज्यादा खतरनाक होते हैं. स्पेन में इसे लेकर एक रिसर्च की गई और इसमें सामने आया कि ज्यादातर हार्ट अटैक सुबह के समय आते हैं और ये बहुत ज्यादा गंभीर भी हो सकते हैं. रिसर्च के मुताबिक, सुबह 6 बजे से दोपहर के बीच आने वाले हार्ट अटैक सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं.
हार्ट जर्नल में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, जिन लोगों को सुबह सुबह हार्ट अटैक आता है, उन पर इसका गंभीर प्रभाव देखने को मिलता है.
सुबह 6 बजे से लेकर दोपहर तक आने वाले हार्ट अटैक सबसे ज्यादा खतरनाक होते हैं. विशेषज्ञों के मुताबिक, इस समय अगर हार्ट अटैक आता है तो इससे करीब 20 प्रतिशत हिस्सा डेड टिशु में बदल जाता है. ये उस व्यक्ति को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है. ऐसा दिन के किसी और समय में हार्ट अटैक आने पर कम ही होता है.
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, आपकी 24 घंटे की बॉडी क्लॉक का प्रभाव कई कार्डियोवास्कुलर फिजियोलॉजिकल प्रक्रियाओं पर पड़ता है. हार्ट अटैक भी उनमें से ही एक घटना है. ये ज्यादातर तब होता है, जब कोई व्यक्ति नींद से जाग रहा होता है.
Brigham and Women’s Hospital में की गई इस स्टडी में Dr Frank AJL Scheer ने कहा कि इसमें Circadian System की भूमिका और स्वास्थ्य के साथ बीमारियों पर इसके प्रभाव को लेकर कहा कि बॉडी के circadian system को इंटरनल क्लॉक भी कहा जाता है. ये जागने, सोने और थकान जैसी भावनाओं को नियंत्रित या रेगुलेट करने का काम करता है.
डॉक्टर एजेएल शीर के मुताबिक, Circadian rhythms ही सुबह के समय हार्ट अटैक या स्ट्रोक की वजह होती है. विशेषज्ञों के मुताबिक, भले ही आप एक तरह के वातावरण में रह रहे हों या एक तरह की दिनचर्या का पालन कर रहे हों, ऐसे कई पैरामीटर होते हैं, जो 24 घंटे की साइकल के भीतर घूमते हैं. Circadian rhythms बहुत से साइकोलॉजिकल पैरामीटर को रैगुलेट कर सकती है.
यह व्यक्ति को इस दौरान अधिक संवेदनशील बना सकती है, जिसका हम पर अधिक बुरा प्रभाव पड़ सकता है. विशेषज्ञों के मुताबिक, कई मामलों में हार्ट सुबह के समय में रक्त के थक्कों को खत्म करने की क्षमता नहीं रखता, जिसकी वजह से ही सुबह अधिक हार्ट अटैक आते हैं.
जॉन्स हॉपकिन्स न्यूरोलॉजिस्ट और स्लीप स्पेशलिस्ट Dr Rachel E Salas के मुताबिक, जब आपको सही तरह से नींद नहीं आती तो इससे हार्ट डिजीज का खतरा रहता है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, हार्ट अटैक के खतरे को कम करने के लिए जरूरी है कि कैफीन युक्त पदार्थों और शराब का सेवन न करें, भरपूर नींद लें, रेगुलर एक्सरसाइज करें और खुद को मोटापे से बचाएं.