लखनऊ। उत्तर प्रदेश काडर के कई वरिष्ठ आइएएस अधिकारियों के रिटायर होने और अगले वर्ष के अंत तक कई और अधिकारियों के सेवानिवृत्ति होने के दृष्टिगत राज्य सरकार ने केंद्र से तीन वरिष्ठ आइएएस अधिकारियों को उनकी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति की अवधि पूरी होने से पहले उप्र वापस भेजने का अनुरोध किया है।

इनमें 1994 बैच की आइएएस अधिकारी लीना जौहरी तथा 1995 बैच के भुवनेश कुमार व आशीष कुमार गोयल शामिल हैं। वहीं राज्य सरकार ने प्रमुख सचिव पर्यटन व संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए कार्यमुक्त करने में असमर्थता जतायी है।

लीना जौहरी केंद्र सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय में अपर सचिव एवं वित्तीय सलाहकार के पद पर तैनात हैं। आशीष गोयल भी ग्रामीण विकास मंत्रालय में अपर सचिव हैं। भुवनेश कुमार इलेक्ट्रानिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में अपर सचिव के पद पर तैनात हैं। प्रदेश में बीते कुछ महीनों के दौरान अपर मुख्य सचिव स्तर के कई अफसर रिटायर हुए हैं।
इस साल जनवरी में अपर मुख्य सचिव सिंचाई टी.वेंकटेश, फरवरी में 1985 बैच के वरिष्ठ आइएएस अधिकारी मो.इफ्तिखारुद्दीन, अप्रैल में तत्कालीन कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, राजस्व परिषद के अध्यक्ष मुकुल सिंघल व अपर मुख्य सचिव उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण एमवीएस रामीरेड्डी और अगस्त में अपर मुख्य सचिव गृह रहे अवनीश कुमार अवस्थी रिटायर हो चुके हैं।

सितंबर अंत में अपर मुख्य सचिव युवा कल्याण एवं पीआरडी डिंपल वर्मा तो नवंबर में अपर मुख्य सचिव नागरिक सुरक्षा एवं राजनीतिक पेंशन राजन शुक्ल भारतीय प्रशासनिक सेवा से रिटायर होंगे। अगले वर्ष अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त अरविंद कुमार व अपर मुख्य सचिव खेलकूद नवनीत सहगल रिटायर होंगे।

यह दोनों 1988 बैच के आइएएस अधिकारी हैं। 1989 बैच के चार आइएएस अधिकारी भी अगले वर्ष रिटायर होंगे। इनमें सुरेश चंद्रा श्रम एवं सेवायोजन, आराधना शुक्ला आयुष, संजय भूसरेड्डी चीनी उद्योग एवं गन्ना तथा प्रशांत त्रिवेदी वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव हैं।

राज्य सरकार ने उप्र काडर की 1988 बैच की आइएएस अधिकारी जूथिका पाटणकर के स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) के आवेदन को मंजूरी दे दी है। नियुक्ति विभाग ने इस बारे में बुधवार को आदेश जारी कर दिया है। जूथिका पाटणकर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर तैनात हैं। उन्होंने पहली नवंबर 2022 से वीआरएस देने के लिए आवेदन किया था। वहीं 2003 बैच के आइएएस अधिकारी विकास गोठलवाल को वीआरएस देने के बारे में सारी औपचारिकताएं पूरी कर राज्य सरकार उनका प्रकरण केंद्र सरकार को संदर्भित करेगी।