नई दिल्ली. नियमित योगासन का अभ्यास मस्तिष्क और शरीर को सेहतमंद रखता है। योगाभ्यास से कई शारीरिक और मानसिक लाभ मिलते हैं। वैसे तो अधिकतर लोग सुबह योगाभ्यास करते हैं या शाम को खाली वक्त में योग करते हैं। लेकिन अक्सर लोगों को यह चिंता रहती है कि खाने के बाद कहीं उनके पेट की चर्बी न बढ़ जाए। वजन बढ़ने के डर से लोग भोजन के पश्चात पैदल चलकर खाने को डाइजेस्ट करने की कोशिश करते हैं। पाचन सही से होने से पेट संबंधी समस्या नहीं होती और वजन भी नियंत्रित रहता है। लेकिन क्या आपको पता है कि भोजन करने के तुरंत बाद योगासन भी कर सकते हैं? योग विशेषज्ञ कहते हैं कि भोजन के तुरंत बाद 15 मिनट के लिए एक योग का अभ्यास पाचन तंत्र को सबसे प्रभावी तरीके से विनियमित करने में मदद करता है। आइए जानते हैं भोजन के तुरंत बाद कौन सा योग करना चाहिए, इसके फायदे और योगाभ्यास का तरीका।

पाचन तंत्र सही रखने के लिए वज्रासन मुद्रा में बैठकर भोजन करना चाहिए। वज्रासन घुटने टेकने का आसन है। इसे डायमंड पोज भी कहते हैं। वज्रासन शरीर के मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है बल्कि पेट की चर्बी कम करने में भी मदद करता है।

स्टेप 1- योगाभ्यास के लिए फर्श पर घुटने के बल बैठ जाएं और पीछे की ओर पैर के अंगूठे को एक दूसरे से क्रॉस कर लें।

स्टेप 3- अब दोनों हाथों को घुटनों पर रखकर सिर एकदम सीधा रखें और सामने देखें।

स्टेप 4- सांसों की गति को केंद्रित रखते हुए आंखें बंद कर लें। सांसों की गति ऊपर और नीचे समान होनी चाहिए।

शुरुआत में कम से कम पांच मिनट यह योग करें और अधिकतम 10 मिनट कर सकते हैं।

नियमित वज्रासन के अभ्यास से पाचन क्रिया में सुधार आता है और कब्ज की शिकायत दूर होती है।
अल्सर और एसिडिटी जैसी समस्याएं भी दूर करने में मदद मिलती है।

वज्रासन का नियमित अभ्यास पीठ और रीढ़ की हड्डी को मजबूत करता है और कमर दर्द व साइटिका के मरीजों को राहत दिलाता है।