मुजफ्फरनगर. बढ़ते प्रदूषण पर नियंत्रण की कड़ी में क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने तीन औद्योगिक इकाईयों पर कार्रवाई की है। प्रदूषण फैलाने पर तीनों इकाईयों पर 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। जुर्माने की क्षतिपूर्ति धनराशि जमा करने व जरूरी नियमों को पूर्ण करने के बाद ही बंद कराई गई इकाइयों का संचालन शुरू करने के निर्देश जारी किए गए हैं। पिछले कुछ दिनों से फिर से जनपद की आबोहवा जहरीली हो रही है।
एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 से पार यानी अधिक खराब श्रेणी में जाने के कारण स्थिति नियंत्रण के बाहर हो रही थी। इस कड़ी में क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने लोहा उद्योग और पेपर मिलों का निरीक्षण किया। निरीक्षण में सूजडृ औद्योगिक क्षेत्र में चल रही शुभ रोलिंग मिल का संचालन प्रदूषण के नियमों के विपरित मिला, जिसके चलते रोलिंग मिल का संचालन बंद किया गया। वहीं इंगट बनाने वाली त्रिमूर्ति इंटरप्राइजेस पर भी प्रदूषण फैलाने पर कार्रवाई की गई।
वहीं इसके अलावा क्षेत्र में चल रही टायर-रबड जलाकर तेल निकालने वाली इकाई पर भी कार्रवाई करते हुए संचालन बंद कर दिया गया। इसके बाद तीनों इकाईयों पर प्रदूषण फैलाने के चलते क्षतिपूर्ति शुल्क निर्धारित कर जुर्माना तय किया गया, जिसमें तीनों पर बीस लाख का जुर्माना लगा। इसमें शुभ रोलिंग मिल पर 6,87,500 लाख रुपये जुर्माना लगाया गया। त्रिमृर्ति इंजीनियरिंग पर 6,87,500 रुपये जुर्माना लगा। वहीं लक्ष्मी इंटरप्राइजेस पर भी 6,25,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया। इन तीनों इकाइयों को क्षतिपूर्ति धनराशि जमा करने सहित मानक पूर्ण करने पर ही संचालन को हरी झंडी के निर्देश दिए गए है।
नियंत्रण में नहीं प्रदूषण, एक्यूआई 325 पहुंचा मुजफ्फरनगर: गर्मी के साथ एक बार फिर से प्रदूषण बढ़ रहा है। पिछले कुछ दिनों से 300 के पार हुआ एक्यूआई सोमवार को भी उसी स्थिति में बना रहा। सोमवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 325 दर्ज किया गया, जो अधिक खराब श्रेणी को दर्शाता है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड बढ़ते प्रदूषण को कम करने के प्रयास के लिए सड़कों पर एंटी स्लाग गन से छिड़काव की तैयारी कर रहा है। हालाकि शहर में भोपा रोड, कच्ची सडक, रुडकी रोड सहित औद्योगिक क्षेत्रों में छिड़ाकव की अधिक जरूरत है, जिससे सड़कों पर उड़ रहे डस्ट से राहत मिलने पर प्रदूषण कम होगा।
वर्जन बढ़ते हुए प्रदूषण को नियंत्रण में करने के लिए औद्योगिक इकाइयों का निरीक्षण चल रहा है। दो लोहा उद्योग और एक टायर-रबड़ इकाई पर अधिक प्रदूषण मिला है। मानक पूरे न होने पर उद्योगों का संचालन बंद कर 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। वहीं, प्रदूषण को नियंत्रण में करने के लिए सड़कों पर छिड़काव की तैयारी चल रही है।