चरथावल। बदहाल चरथावल-रोहाना-छपार मुख्य मार्ग निर्माण ने रफ्तार पकड़ ली है। करीब चार साल बाद इस मार्ग की सूरत बदलने से दो जिलों के करीब 25 गांवों के लोगों को फायदा होगा। फिलहाल इस मार्ग का निर्माण अंतिम चरण में होने से तमाम गड्ढे और धूल का गुब्बार विलुप्त हो गया है। अब चरथावल से रोहाना रेलवे स्टेशन पहुंचने में 15 मिनट लगेंगे।
रोहाना मार्ग को बदहाली से क्षेत्र का विकास पिछड़ रहा था। कई बार लोगों ने क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों से इस मार्ग की पुननिर्माण की मांग उठा चुके थे। काफी प्रयास के बाद 19.50 किमी सड़क निर्माण के बाद तीन विधान सभा क्षेत्र के करीब 25 गांवों के लोगों को राहतमिली है।
मुजफ्फरनगर के अलावा सहारनपुर और उत्तराखंड के हरिद्वार पहुंचने के लिए यह मार्ग सुलभ माना जाता है। इस सड़क से जुड़े गांवों के बच्चे धूल फांकते हुए चरथावल और रोहाना स्कूल कॉलेज पहुंचते है। धूल का गुब्बार अस्थमा और फेफड़ों के मरीजों के लिए घातक बना हुआ था।
लोनिवि द्वारा कराए जा रहे मार्ग के निर्माण छपार से शुरू होकर चरथावल पहुंच गया। अरसे बाद कस्बे एवं देहात में हॉटमिक्स से बनी सड़क देखकर लोगों ने खुशी का इजहार किया। केमिस्ट संदीप कंसल, गांधी इंटर कॉलेज के पूर्व प्रबंधक सुधीर सिंघल, शिक्षा प्रेमी प्रवीण त्यागी, किसान विजेंद्र त्यागी का कहना है क्षेत्रवासियों को रोहाना रेलवे स्टेशन पहुंचने में आधे से कम समय लगेगा।
सड़क निर्माण से चरथावल के लोगों को सहारनपुर पहुंचने में कम समय लगेगा और गांवों के कारोबार में तरक्की होगी। सड़क बनने से मरीजों की दिक्कत दूर होगी।
अजय कसंल का मंतव्य है कि रोहाना मार्ग की दुर्दशा के कारण इस मार्ग से लोग चरथावल रोहाना आने-जाने में कतराने लगे थे। फिलहाल गांवों के छात्र-छात्राओं को बड़ी राहत मिली है। – अजय कसंल, एलआईसी चेयरमैन क्लब के सदस्य
शासन ने दिवंगत राज्यमंत्री विजय कश्यप के प्रस्ताव पर इस सड़क के निर्माण के लिए 16.51 करोड़ मंजूर किए थे। लेकिन पूरा बजट नहीं मिलने और कार्यदायी संस्था ने इस सड़क को किस्तों में तैयार किया। 14 महीने बाद लोगों को राहत मिली है।
लोनिवि के जेई रूपेंद्र कुमार ने बताया चरथावल रोहाना मार्ग पर कार्य तेज गति से चल रहा है। हॉट मिक्स के कोट से तमाम गड्ढे खत्म हो गए हैं। अभी एक कोट और डाला जाएगा। दधेडू से शनिधाम तक जर्जर सड़क का निर्माण जल्द शुरू होगा। उसके लिए टेंडर निकाले गए हैं।