कोलेस्ट्रॉल एक प्रकार का फैट होता है, जो शरीर के कामकाज के लिए जरूरी है। यह दो तरह का होता है LDL (लो डेन्सिटी लिपोप्रोटीन) और HDL (हाई डेन्सिटी लिपोप्रोटीन)। LDL को ‘बुरा’ कोलेस्ट्रॉल भी कहा जाता है। LDL कोलेस्ट्रॉल शरीर के खून में जमा हो जाता है, जो धीरे-धीरे खून की नसों में जमा हो जाता है और उन्हें ब्लॉक करके दिल के रोगों का खतरा बढ़ा देता है। HDL कोलेस्ट्रॉल को ‘अच्छा’ कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है और यह खून में जमा होने वाले LDL यानी गंदे कोलेस्ट्रॉल को हटा देता है।
गंदा कोलेस्ट्रॉल हृदय रोगों का खतरा बढ़ जाता है, जैसे कि दिल की ब्लॉकेज, दिल की हार्ट कम करना और हार्ट अटैक। यह हाई ब्लड प्रेशर का कारण बनता है, जो किडनी, दिल, और अन्य शरीरिक अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है। कोलेस्ट्रॉल से वजन बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है। यह हार्ट अटैक औअर स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है।
नॉएडा के ई-260 सेक्टर 27 स्थित कपिल त्यागी आयुर्वेद क्लिनिक के डायरेक्टर डॉक्टर कपिल त्यागी के अनुसार, कोलेस्ट्रॉल कम करने की कई दवाएं और इलाज मौजूद हैं, जबकि आप आयुर्वेद का सहारा भी ले सकते हैं। आयुर्वेद में खराब कोलेस्ट्रॉल के इलाज के लिए कई प्राकृतिक उपाय और आयुर्वेदिक नुस्खे हैं।
गुग्गुल एक प्राकृतिक जड़ी-बूटी है जिसे आयुर्वेद में कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए उपयोग किया जाता है। इसमें विशेष रूप से गुग्गुलस्टेरोन नामक एक संयंत्री यौगिक होता है, जो कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है।
अर्जुन की छाल में विशेष रूप से फ्लावोनॉयड्स और अर्जुनोनिक एसिड होता है, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। इसे दूध में उबालकर लेने से लाभ मिलता है।
मेथी दाने कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं और विभिन्न तरीकों से इसका उपयोग किया जा सकता है। रात को सोते समय मेथी दाने को पानी में भिगोकर रखें और सुबह खाली पेट उस पानी को पीने से लाभ होता है।
अश्वगंधा स्ट्रेस को कम करने और शरीर की रक्तवाहिनियों को संतुलित करने में मदद करता है, जिससे कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित किया जा सकता है। इसके लिए एक चम्मच अश्वगंधा चूर्ण लें, एक गिलास गर्म दूध उबालें और उबलते दूध में अश्वगंधा चूर्ण डालें। अच्छी तरह मिलाएं और इसे पिएं।
लहसुन कोलेस्ट्रॉल को कम करने में आयुर्वेद में प्रयोग किया जाने वाला एक प्राकृतिक उपाय है। लहसुन में एलिसिन नामक एक यौगिक होता है, जो कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसके लिए लहसुन की 3-4 कलियां लें और छीलकर चीर लें। उन्हें थोड़े से पानी के साथ चबा लें। इसके बाद गर्म पानी के साथ खा जाएं। रोजाना इसे खाने से कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।
आयुर्वेद में आंवला कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकता है। आंवला में विटामिन सी, एंटीऑक्सिडेंट्स, और अन्य पोषक तत्व होते हैं जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। एक छोटे से आंवले को काटकर बीज निकाल लें। इसे मिक्सर ग्राइंडर में पीस लें और उससे रस निकाल लें। एक गिलास गरम पानी में इस आंवले के रस को मिलाकर अच्छी तरह से मिक्स करें। इसे खाली पेट पीने से कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।