मुजफ्फरनगर। अपने बैंक खाते आधार से लिंक नहीं कराने वाले जिले के 60 हजार किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि नहीं मिलेगी। इनमें तीन हजार किसान ऐसे हैं, जिनके अंगूठे के निशान का मिलान नहीं मिल पा रहे हैं। जांच के दौरान नौ हजार किसान अपने घरों में नहीं मिले।

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में जिले में इस समय दो लाख 46 हजार 180 किसानों का पंजीकरण है। अभी तक एक लाख 70 हजार 605 किसान केवाईसी करा पाए हैं। बैंक खातों को आधार कार्ड से जोड़ने की कार्रवाई केवल 69 प्रतिशत किसान ही करा पाए। 75 हजार 575 किसान ऐसे है, जिनका खाता आधार से लिंक नहीं हो पाया है। इन किसानों को अब निधि का पैसा जारी नहीं हो पाएगा।

केंद्र सरकार ने किसानों को केवाईसी के लिए 31 जनवरी तक का समय दिया था। जो 75 हजार किसान बाकी है, उनमें 15 हजार नए पंजीकरण है। बाकी वे किसान है जो अब तक योजना का लाभ उठा रहे थे। इन किसानों में तीन हजार किसान ऐसे सामने आए है, जिनका उम्र की अधिकता के कारण अंगूठा मिलान नहीं हो पा रहा है।

उप निदेशक कृषि आरपी चौधरी ने बताया कि सरकार ने 31 जनवरी तक केवाईसी का समय दिया गया था, इस समय को अभी नहीं बढ़ाया गया है। हम लगातार प्रयास कर रहे है कि जो किसान बाकी है, वे अपना खाता आधार से लिंक करा लें। जिन तीन हजार किसानों के अंगूठे नहीं मिल रहे हैं, उनको लेकर कोई गाइड लाइन नहीं आई है। विभाग और प्रशासन की जांच में नौ हजार किसान मिले नहीं है। बाकी किसानों की खोजबीन विभाग कर रहा है।

जिले में केवाईसी को लेकर जनसूचना केंद्र पर किसान से 50 रुपये लिए जा रहे हैं। सरकार ने इस कार्य के लिए 20 रुपये तय किया है। उप निदेशक कृषि ने बताया कि कुछ किसान इसकी शिकायत भी कर रहे है। इसकी जांच कराई जा रही है।