शामली। हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाले 121 किमी लंबे अंबाला-शामली इकोनॉमिक कॉरिडोर पर अंबाला और शामली में दो रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा 16 छोटे पुल, 31 अंडरपास, सात इंटरचेंज भी बनाए जाएंगे। एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए गाजियाबाद की कंपनी को अनुबंध किया गया है। इस साल के अंत तक निर्माण कार्य शुरू होगा।
भारत माला परियोजना के तहत 121 किमी लंबाई वाले अंबाला-शामली इकोनॉमिक कॉरिडोर ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे अंबाला से शुरू होकर कुरुक्षेत्र, करनाल व यमुनानगर से होते हुए सहारनपुर और शामली जिले को जोड़ेगा। छह लेन का यह इकोनॉमिक कॉरिडोर 3663.80 करोड़ रुपये से तैयार होगा। इसकी चौड़ाई 60 मीटर होगी। इसके निर्माण से हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ से पश्चिम यूपी की राह आसान हो जाएगी। हरियाणा और पंजाब के साथ व्यापार बढ़ेगा। अभी अंबाला के लोगों को करनाल से होकर शामली जाना पड़ता है। जिसमें दो से ढाई घंटे लग जाते हैं। एक्सप्रेस-वे बनने के बाद एक से डेढ़ घंटा ही लगेगा।
एनएचएआई की ओर से एक्सप्रेस वे पर रेस्टोरेंट, रेस्ट हाउस, पब्लिक यूटिलिटी भी बनेगा। अंबाला-शामली ग्रीन फील्ड इकोनॉमिक एक्सप्रेसवे के साइट इंजीनियर अमित कुमार ने बताया कि सहारनपुर और शामली जिले में तीन प्लांट लगाए जाएंगे। एक्सप्रेसवे के इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत दो रेलवे ओवरब्रिज, 16 छोटे पुल, 31 अंडरपास, सात इंटरचेंज का निर्माण होगा। एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए 140 इमारतें ध्वस्त की जाएगी। जिसमें ज्यादातर नलकूप और छोटे फार्म हाउस हैं। उनका कहना कि दिसंबर माह में अंबाला-शामली इकोनॉमिक कॉरिडोर का निर्माण कंपनी शुरू करेगी।